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  • बंदियों के बीच लाइफस्किल ट्रेनिंग,बंदियों ने सीखा झगड़ा प्रबंधन

    प्रतिनिधि/विशेष केंद्रीय कारा, भागलपुर के बंदियों ने आज प्रोफेसर देबज्योति मुखर्जी से झगड़ा को कैसे मिटाए यह जाना । प्रोफेसर मुखर्जी ने बंदियों को झगड़ा क्या है, झगड़ा क्यों होते हैं, कहां कहां होते हैं, इसे मिटाने का उपाय और तरीका क्या क्या है सभी कुछ विस्तार से समझाया । बंदी लोगों के सहभागिता देखने


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    प्रतिनिधि/विशेष केंद्रीय कारा, भागलपुर के बंदियों ने आज प्रोफेसर देबज्योति मुखर्जी से झगड़ा को कैसे मिटाए यह जाना । प्रोफेसर मुखर्जी ने बंदियों को झगड़ा क्या है, झगड़ा क्यों होते हैं, कहां कहां होते हैं, इसे मिटाने का उपाय और तरीका क्या क्या है सभी कुछ विस्तार से समझाया । बंदी लोगों के सहभागिता देखने लायक था ।

    विदित हो की विशेष केंद्रीय कारा प्रबंधन तथा चांद संस्था के युग्म प्रयास से बंदियों के बीच लाइफस्किल ट्रेनिंग पिछले तीन महीने से लगातार की जा रही है । कारा उपाधीक्षक राकेश कुमार सिंह कहते हैं हम बंदियों के जीवन और चरित्र में आमूलचूल परिवर्तन लाना चाहते हैं जिससे यह लोग जब बाहर निकले तो अपना, अपने परिवार तथा पूरे समाज के लिए उपयोगी बन सके एवं उदाहरण स्वरूप लोगों के सामने पेश हो ।

    प्रोफेसर मुखर्जी कहते हैं  हम अपना पूरा ताकत झोंक दे रहे हैं इन बंदियों के भीतर सकारात्मक भाव डालने को और इन्हे यह विश्वास दिलाने को की आपके भीतर वो सारा गुण मौजूद हैं जिससे आप एक सम्मानजनक हंसता हुआ परोपकारी जिंदगी जी सके । ट्रेनिंग में सहायक काराधीक्षकों के साथ काफी संख्या में बंदी मौजूद थे ।

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