मधेपुरा/समाज के दलितों, शोषितों,वंचितों, पिछड़ों को जुबान देने वाले राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव जी के 76 वे जन्मदिवस के अवसर पर आदर्श ग्राम गढ़िया बालम स्थित राम टोला में आयोजित गरीब, दलित बच्चों का सम्मान कार्यक्रम में संजीव कुमार जिला प्रधान महासचिव युवा राजद मधेपुरा के द्वारा देश के भविष्य बच्चों के बीच कॉपी- कलम का वितरण कर किया गया।इस मौके पर युवा राजद की टीम ने केक काटा एवं उपस्थित बच्चों एवं दलित अभिभावकों के बीच लड्डू बांटकर खुशियां मनाई गई।
कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे संजीव कुमार जिला प्रधान महासचिव ने कहा कि लालू प्रसाद का कमजोर को आगे बढ़ाने की सोच उन्हें गरीब- गुरबों का मसीहा बनाता है। परिस्थितियां जैसी भी रही हो वे सियासत में उतना ही अपरिहार्य रहे हैं। इसकी बानगी हाल के दिनों में उनके दिल्ली से बिहार लौटने के बाद दिख चुकी है जब उन्होंने पटना से सटे खुसरूपुर स्टेशन के पास आयरन करने वाली कपड़ा धोने वाले मुन्नी देवी को, ब्राह्मण समाज के समर्पित कार्यकर्ता अशोक पांडे को एवं अल्पसंख्यक समाज से कार्यकर्ता कारी शोएब को राजद से विधान परिषद का टिकट दे दिया।
कहा मुन्नी देवी को विधान परिषद भेजने के फैसले पर लालू यादव की देश भर में चर्चा हुई तब अगड़े पिछड़े सभी लोगों ने खुले मन से कहा लौट आया गरीब-गुरबों का मसीहा।
संजीव ने कहा कि लालू प्रसाद के कई फैसले और जनता से संवाद करने के उनके नायाब तरीके ने लालू यादव को बिहार की जनता की निगाहों में सबसे बड़े नेता के रूप में पदस्थापित कर दिया। उनके चरवाहा विद्यालय को खोलने से लेकर रेल मंत्री रहते हुए गरीब रथ चलाने का सार्थक पहल, लोगों के दिलों में लालू प्रसाद के कद को बढ़ाता चला गया ।
इस दौरान जिला महासचिव मंजेश यादव, नगर प्रधान महासचिव ऋषिकेश विवेक एवं शिक्षक रत्नेश कुमार उर्फ राघव ने कहा कि दबे कुचले समाज के लोगों को अपने हक के लिए आवाज उठाने का हौसला लालू प्रसाद के जमाने में हीं फलीभूत हो पाया है।
मन्नू यादव एआईएसएफ जिला सचिव,सिंटू यादव एवं सोनू शेखर ने कहा कि लालू प्रसाद कि अब तक की राजनीति की यात्रा का मूल्यांकन इस बात से की जा सकती है कि लालू प्रसाद ने हाशिये पर धकेल जा चुकी दबे, कुचले और वंचित समाज के लोगों को बड़े पैमाने पर माननीय बनाकर देश की दिशा और दशा तय करने के लिए आगे आने का आत्मविश्वास और गौरव प्रदान किया।
मौके पर युवा नेता मिथिलेश यादव, विक्रम कुमार, मुलायम कुमार यादव, आशीष कुमार, शंकर यादव, लखन राम, अजय राम, मिथिलेश राम, ललन राम, नीतीश राम, सदानंद राम, देवो राम, अशोक राम, शिवकुमार राम, छोटू राम, रविंद्र कुमार, राजीव कुमार, संजय राम रंजीत राम, नंदकिशोर राम आदि उपस्थित थे।