मो. मुजाहिद/ कुमारखंड, मधेपुरा/ जिले के कुमारखंड प्रखंड मुख्यालय स्थित बैसाढ़ पंचायत स्थित उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय करुवैली बैसाढ़ के आक्रोशित छात्रों ने मंगलवार को दिन के करीब ग्यारह बजे से ही शिक्षकों को विद्यालय में ही बंधक बना लिया और विद्यालय प्रशासन के खिलाफ हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा की खबर सुन मौके पर पहुंची कुमारखंड थाने से 112 की पुलिस टीम ने आक्रोशित बच्चों को समझाने बुझाने का प्रयास किया किंतु आक्रोशित छात्रों ने उन्हें भी बंधक बना लिया। आक्रोशित छात्रों ने बताया कि आगामी मैट्रिक परीक्षा के अभ्यर्थियों का एडमिट कार्ड जारी नहीं किया गया विद्यालय प्रशासन की लापरवाही से छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है। छात्रों ने जब इस मामले को लेकर सवाल उठाया तो उन्हें अलग से विशेष परीक्षा दिलाने की बात कह विद्यालय प्रशासन ने पाला झारने का प्रयास किया किंतु छात्रों ने एडमिट कार्ड जारी करने और आगामी मैट्रिक की परीक्षा में शामिल करने की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया.
खबर प्रकाशित होने तक छात्रों का हंगामा जारी था। छात्रों ने इस मामले में जिला प्रशासन को हस्तक्षेप करने एवं इस समस्या का समाधान निकालने की जिला प्रशासन से मांग उठाई है। बताया जा रहा है कि एडमिट कार्ड के लिए परीक्षा फॉर्म की शुल्क छात्रों से जमा करवा कर ऑनलाइन फॉर्म नहीं भरा गया जिस वजह से छात्रों का एडमिट कार्ड जारी नहीं हो पाया है। करीब 2 घंटे तक 112 की टीम को बंधक बनाए रखने के बाद मौके पर पहुंचे कुमारखंड थाना अध्यक्ष पंकज कुमार और अंचलाधिकारी आकांक्षा ने आक्रोशित छात्रों को समझाने बुझाने का प्रयास किया लेकिन छात्र मानने को तैयार नहीं थे. कुछ देर बाद पहुंचे प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कुमार गुनानंद सिंह ने भी आक्रोशित छात्रों से बातचीत की और उन्हें समझाने बुझाने का प्रयास किया दिनभर यही सिलसिला जारी रहा. शाम के करीब 5 बजे तक प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कुमार गुनानंद सिंह के द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी से फोन पर स्थानीय लोगों से बातचीत कराई गई जिसके बाद छात्रों को आश्वासन देने के बाद आक्रोशित छात्र शांत हुआ । जबकि विभागीय कार्यवाही विद्यालय के एच एम पर किया गया है।
मौके पर सीओ आकांक्षा,थाना अध्यक्ष इंस्पेक्टर पंकज कुमार, बीईओ कुमार गुनानंद सिंह, मुखिया प्रतिनिधि रामचंद्र मंडल, मंटू सिंह, मिथुन कुमार सहित दर्जनों छात्र छात्रा और सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।