गायत्री महायज्ञ के दूसरे दिन 9 कुंडीय हवन एवं अन्य संस्कार कार्यक्रम का आयोजन
👉मुख्य यजमान के रूप में प्रखंड विकास पदाधिकारी अरविंद कुमार, थानाध्यक्ष किशोर कुमार व सामाजिक शैक्षणिक कल्याण संघ के संरक्षक सत्यप्रकाश गुप्ता विदुरजी ने लिया भाग 👉टोली नायक डॉ अशोक ढोके ने कहा श्रद्धा भाव से किए गए पूजन एवं हवन मनुष्य को संस्कार प्रदान करती है
मधेपुरा ब्यूरो/अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के निर्देशानुसार जिले गायत्री परिवार चौसा द्वारा आयोजित तीन दिवसीय नवचेतना जागरण गायत्री महायज्ञ के दूसरे दिन के आज 9 कुंडीय हवन एवं अन्य संस्कार कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
मुख्य यजमान के रूप में प्रखंड विकास पदाधिकारी अरविंद कुमार, थानाध्यक्ष किशोर कुमार व सामाजिक शैक्षणिक कल्याण संघ के संरक्षक सत्यप्रकाश गुप्ता विदुरजी ने भाग लिया।कार्यक्रम में गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार से आये टोली नायक डॉ अशोक ढोके,डॉ राकेश गुप्ता, कमल चौहान, गुणसागर राणा ने अतिथियों का स्वागत एवं सम्मान चंदन तिलक,फूलमाला एवं अंगवस्त्र देकर किया।साथ ही गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा विश्व शांति एवं युग परिवर्तन के लिए दिए गए दिशा निर्देश पर अमल करने का संकल्प लिया गया।हवन कार्यक्रम का शुभारंभ 33 करोड़ देवी देवताओं का आह्वान करते हुए देवपूजन तथा युग संगीत प्रस्तुत कर किया गया।
टोली नायक डॉ अशोक ढोके ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सत्य इरादे से हवन करने से लोगों के मन शुद्ध होते हैं और मन में आ रहे को विचार दूर हो जाते हैं। इसलिए हर लोगों को हवन कार्यक्रम में भाग लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि श्रद्धा भाव से किए गए पूजन एवं हवन मनुष्य को संस्कार प्रदान करती है इस हवन के दौरान लोगों को बुराई की त्याग एवं अच्छाई को ग्रहण करने की प्रेरणा देती है।उन्होंने कहा कि युगपुरुष श्रीराम शर्मा आचार्य ने बताया है कि मानव सेवा से बड़ा कोई सेवा नहीं होती है हर मनुष्य को एक दूसरे को सहयोग प्रदान करनी चाहिए।उन्होंने कहा कि गायत्री परिवार का एक ही उद्देश्य है हम सुधरेंगे तो जग सुधरेगा। कोई भी काम करने के लिए अगर आगे बढ़ना होगा तो पहले खुद से कदम बढ़ाना होगा तभी हम पूरे विश्व को सुधारने की बात साकार कर सकते हैं।
मौके पर मुरारीलाल पटवारिका,बिपीन कुमार मंडल, सिकन्दर मेहता,दीपक कुमार, गीता भारती,संतोष कुमार सुमन,जिला संयोजक अयोध्या शरण,जिला ट्रस्टी बीरेंद्र यादव,राकेश कुमार भगत,पंडित प्रमोद प्रियदर्शी,परिव्राजक चक्रधर मेहता, गोपाल साह,साहित्यकार संजय कुमार सुमन,प्रो सुरेश प्रसाद साह,जयप्रकाश भगत, दिलमोहन पासवान, प्रह्लाद शर्मा,दुर्गानन्दन दास,अनुज कुमार मेहता,अमरज्योति कुमार, सच्चिदानंद भगत,मुकेश कुमार मंडल, पवन कुमार यादव, देवांशु कुमार देव, अमित कुमार सूर्यवंशी,माखनलाल चतुर्वेदी,कुणाल किशोर मीणा,रंजीत कुमार सिन्हा,अरुणा देवी,नीलम देवी, सीता देवी,अन्नू सिंह,मीणा देवी,समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे।