उदाकिशुनगंज ,मधेपुरा/ उदाकिशुनगंज थाना क्षेत्र के बराही आनंदपुरा पंचायत अंतर्गत मध्य विद्यालय विषहरिया के शिक्षक मंटू राम हत्याकांड में पुलिस ने अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस संदर्भ में शिक्षक मंटू के भाई संटू राम के लिखित शिकायत पर 18 नामजद व अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। शिक्षक मंटू का घर ग्वालपाड़ा थाना क्षेत्र के विषवाड़ी गांव में है।
थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने बताया कि मामले में कार्रवाई जारी है। बचे आरोपितों की भी जल्द गिरफ्तारी होगी। मामले में अनुसंधान जारी है। दर्ज कराएं गए मामले में संटू राम ने बताया है कि उसका भाई मंटू राम मध्य विद्यालय बिषहरिया में शिक्षक है। उसका भाई उसी गांव की एक शिक्षिका के घर पर रह रहा था। शुक्रवार की रात करीब नौ बजे हथियार बंद बदमाशों ने उनके शिक्षक भाई का अपहरण कर लिया। अपहरण के वक्त उनका भाई खाना खा रहा था। अपहरण की सूचना शिक्षिका ने ही स्वजन को दी। उसके बाद स्वजन शिक्षक को खोजने बिषहरिया गांव स्कूल के पास पहुंचे। जहां आरोपितों को भाई के साथ मारपीट करते घसीट कर ले जाते देखा। भयजदा स्वजन वहीं छुप गए। बाद में भाई का काफी खोजबीन किया। लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया। ऐसे में संटू राम ने भाई के साथ अनहोनी की आशंका जाहिर की। मामले में कार्रवाई की मांग की गई है।
भाई के अपहरण की वजह पिता के हत्या मामले में मेल जोल नहीं करना बताया गया है। दर्ज मामले में संटू राम ने बताया है कि उसके पिता श्यामलाल राम की हत्या 21 जून 2021 को जनेश्वर यादव ने अपने गिरोह के लोगों के साथ मिलकर कर दी थी। उस मामले में कोर्ट में मामला चल रहा है। उस मामले में उनके भाई मंटू राम की गवाही हो चुका था। जबकि उसका (संटू राम) का गवाही बाकी था। उसे भी मामले में मेल करना का दबाव मिलता रहा है।
हालांकि बाद में सहरसा जिले के बसनही थाना क्षेत्र अंतर्गत बैठमुसहरी गांव के पास सड़क पर शिक्षक का शव मिला। शनिवार को शव मिलने के बाद स्वजन सहित अन्य लोगों ने ग्वालपाड़ा में जमकर बवाल काटा था। इस दौरान गुस्साएं लोगों द्वारा सड़क जाम और आगजनी कर विरोध जताया था।वहां एसडीएम एसजेड हसन के पहल पर लोगों का ग़ुस्सा शांत हुआ। उसके बाद जाम हट पाया था। प्रशासन ने स्वजन को सुरक्षा मुहैया कराने का आश्वासन दिया।
वहीं मामले में त्वरित कार्रवाई की बात कही। उदाकिशुनगंज के एसडीपीओ अविनाश कुमार ने बताया कि शिक्षक मंटू कुमार बिषहरिया गांव की शिक्षिका रंजू देवी उर्फ रंजू कुमारी पति दिवंगत अवधेश यादव के घर पर खाना खा रहे थे । तभी मंटू कुमार को अपराधियों ने जबरन मारपीट कर हथियार के बल पर अपहरण कर लिया था। इस संदर्भ में शिक्षक के भाई संटू कुमार के आवेदन के आलोक में उदाकिशुनगंज थाना में 24 अगस्त 2024 को सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में ग्वालपाड़ा के बिषवारी गांव के जनेश्वर यादव सहित 18 नामजद और अन्य अज्ञात लोगों को आरोपित किया गया है। यहां पर अपहरण के मामले में केस दर्ज किया गया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी उदाकिशुनगंज के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गयी। पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए पहले सात और बाद में तीन और सहित अबतक कुल 10 आरोपितों की गिरफ्तारी हुई है।
एसडीपीओ ने बताया कि शिक्षक मंटू कुमार का शव सहरसा जिले के बसनही थाना क्षेत्र के बैठ मुसहरी गांव की पक्की सड़क से बरामद किया गया। एसडीपीओ ने बताया कि मामले में जांच जारी है और फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। अब तक जिन आरोपितों की गिरफ्तारी हो पाई है उसमें धर्मेन्द्र कुमार पिता दिवंगत योगेन्द्र प्रसाद यादव, धर्मेन्द्र कुमार पिता दुआलाल यादव दोनों रही टोला ग्वालपाड़ा, दुखभजन यादव पिता दुआलाल यादव, विनोद कुमार पिता बनेश्वर यादव दोनों विषवाड़ी वार्ड संख्या चार, रंजना देवी पति जनेश्वर यादव,चंपा देवी पति दिवंगत महेश्वर यादव, निलमणि देवी उर्फ निलमणि कुमारी पति सोनू कुमार उर्फ बिजली यादव तीनों विपवाड़ी वार्ड संख्या तीन, रिशव राज पिता महेश्वर यादव, मेघ राज पिता जनेश्वर यादव, रणविजय यादव पिता विनोद यादव बिषवारी तीनों वार्ड संख्या चार थाना ग्वालपाड़ा शामिल हैं। इसमें सात लोगों की गिरफ्तारी शनिवार को तीन लोगों की गिरफ्तारी रविवार को हुई। बाद में गिरफ्तार तीन आरोपितों ने पुलिस को दिए बयान में घटना में शामिल होने की संलिप्तता स्वीकार कर ली है।
छापेमारी अभियान में पुनि सह थानाध्यक्ष उदाकिशुनगंज विनोद कुमार सिंह, पुनि सह थानाध्यक्ष ग्वालपाड़ा रवि कुमार पासवान, उदाकिशुनगंज थाना में पदस्थापित दारोगा जितेन्द्र ठाकुर,अजित कुमार, राजेश चौधरी, अमृता थाना के सशस्त्र बल एवं कर्मी शामिल थे।