अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर चौसा में निकाली गई रैली
रैली को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नरेंद्र झा एवं पूर्व प्रखंड साधन सेवी दयाशंकर शर्मा ने हरी झंडी दिखा कर किया रवाना
चौसा, मधेपुरा/अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर आज गुरुवार को प्रखंड स्तरीय शिक्षा को लेकर चौसा में जागरूकता रैली निकाली गई। रैली प्रखंड मुख्यालय से होते हुए मुख्य सड़क का भ्रमण करते हुए प्रखंड संसाधन केंद्र पहुंची। इस दौरान जीना है तो पढ़ना सीखो, कलम कागज से लड़ना सीखो। जगे राष्ट्र की क्या पहचान ,पढ़ा लिखा हो हर इंसान। बच्चों को भेजो स्कूल नहीं तो होगी भारी भूल, चौका बर्तन और सफाई फिर भी औरत करे पढ़ाई आदि साक्षरता नारा लगाए गए। साक्षरता से जुड़े शिक्षा सेवकों ने बैनर पोस्टर के साथ जुलूस निकालकर शिक्षा का महत्व बताया। रैली को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नरेंद्र झा एवं पूर्व प्रखंड साधन सेवी दयाशंकर शर्मा ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया जबकि रैली का नेतृत्व केआरपी प्रवीण कुमार प्रसून ने किया ।
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नरेंद्र झा ने कहा कि साक्षरता का मतलब केवल अक्षर ज्ञान नहीं है, अपितु निरक्षर को साक्षर बनाकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाना भी है।वर्तमान समय में शिक्षा बहुत जरूरी है।शिक्षा हमारे जीवन का आवश्यक अंग है। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति का शिक्षित होना उसके स्वयं का विकास है, वहीं एक महिला शिक्षित होकर पूरे घर को संवार सकती है। जब देश का हर नागरिक साक्षर होगा तभी देश की तरक्की हो सकेगी। साक्षरता का मतलब सिर्फ पढऩा-लिखना ही नहीं बल्कि यह सम्मान और विकास से जुड़ा विषय है। आज अशिक्षा देश की तरक्की में बहुत बड़ी बाधा है जिसके अभिशाप से गरीब और गरीब होता जा रहा है।
केआरपी प्रवीण कुमार प्रसून ने बताया कि साक्षरता दिवस के अवसर पर विशेषकर महिलाओं को शिक्षित होने का संदेश दिया गया। उन्होंने कहा कि जब घर की महिलाएं शिक्षित होंगे तभी परिवार और समाज भी शिक्षित और समृद्ध होगा।
मौके पर लड्डू रजक, धन्ना ऋषिदेव, वैकुंठ रजक, भोला ऋषिदेव,अकबर आलम, सुबोध कुमार, मुरारी मोहन, पवन कुमार पंकज रजक पारस ऋषिदेव रजिया बेगम ध्रुव कुमार, विलास ऋषिदेव,जावेद अंसारी, ममलू अंसारी, लहठन ऋषिदेव समेत दर्जनों शिक्षा सेवकों ने भाग लिया।