साप्ताहिक ध्यानाभ्यास एवं प्रवचन कार्यक्रम का आयोजन
पूज्य बाबा बृंदानंद बिहारी ने सत्संग की महिमा बताते हुए कहा सत्संग में आने वाले ही परमात्मा के कृपापात्र बनते हैं
चौसा, मधेपुरा/चौसा प्रखंड के संतमत सत्संग आश्रम धनेशपुर में साप्ताहिक ध्यानाभ्यास एवं प्रवचन कार्य का आयोजन किया गया।एक सप्ताह तक चले ध्यानाभ्यास कार्यक्रम में महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के विचारों को संतो द्वारा प्रस्तुत किया गया।सामूहिक जप ध्यान किया गया। धर्म ग्रंथ का पाठ किया गया। भजन कीर्तन व आरती किया गया। इस अवसर पर श्री महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महेंद्र साह ने की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूज्य बाबा बृंदानंद बिहारी ने सत्संग की महिमा बताते हुए कहा कि सत्संग में आने वाले ही परमात्मा के कृपापात्र बनते हैं। सत्संग से ही जीव को वह ज्ञान प्राप्त होता है जिससे इस संसार के दुखों से छूट कर अंनत सुख को प्राप्त कर सकते हैं। सत्संग-भजन करने वाले को जन्म मरण के बंधन से मुक्ति मिल जाती है। इसके लिए सच्चे सदगुरू की शरण मे जा कर उनके बताए मार्ग पर चलना चाहिए। सच्चे सदगुरू परमात्मा से मिला देने वाले होते हैं। उन्होंने कहा कि परमात्मा की प्राप्ति अपने अंदर में होगी। इसके लिए गुरू से युक्ति जानकर भक्ति करनी चाहिए। रूदल बाबा ने कहा कि सत्संग हमारे जीवन का आधार है।
जैसे बिना पैर के चलना असंभव है ऐसे ही बिना सत्संग के जीवन में असली सुख शांति एवं समृद्धि असंभव है।कार्यक्रम को
नरेशानंद बाबा, गुलाब बाबा, महानंद बाबा ने भी संबोधित किया।संतमत-सत्संग में दूर दराज से श्रद्धालु पहुंचे थे। जिन्होंने अध्यात्म की गंगा में डुबकी लगाई। कार्यक्रम में आध्यात्मिक भजनों की भी प्रस्तुति की गई।
कार्यक्रम को सफल बनाने में व्यव्स्थापाक जयकृष्ण मंडल, अरुण मंडल, विजय मंडल, दिनेश मंडल, महेंद्र साह, विरेन्द्र मंडल, महेंद्र मंडल,जीवन मंडल,अमर ज्योति,इंद्रदेव साह एवं समस्त धनेशपुर ग्रामवासी का प्रमुख योगदान रहा।