मधेपुरा/सोमवार को जिला मुख्यालय स्थित आर आर ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल स्कूल मधेपुरा में विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर सृजन दर्पण के द्वारा
पांच दिवसीय नाटक कार्यालय का आयोजन किया गया।
यह जानकारी कार्यालय संयोजक स्कूल के निदेशक राजेश कुमार राजू ने दी। उन्होंने बताया कि विश्व रंगमंच दिवस की स्थापना 1961 मे इंटरनेशनल थियेटर इंस्टीट्यूट द्वारा की गई थी। छात्र छात्राओं के बीच पांच दिन का सृजन दर्पण के प्रशिक्षकों द्वारा नाटक विधा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बच्चों में शिक्षा के साथ साथ बिलुपत हो रही लोककला, लोकगीत, लोकनृत्य, लोकनाट्य का प्रशिक्षण रंगकर्मी बिकास कुमार के द्वारा दी जा रही है। शिक्षा के साथ बच्चे में कला ज्ञान होना बहुत जरूरी है। इसमें रंगमंच के विभिन्न आयामों को सिखाया जाऐगा।
प्रशिक्षक रंगकर्मी बिकास कुमार ने कहा मानव जीवन में रंगमंच से नाटक विधाओं का सीधा नाता है,रंगमंच आइने की रूप में समाज की अभिव्यक्तियों को व्यक्त करती है। मानवता की सेवा में रंगमंच की असीम क्षमता समाज का सच्चा प्रतिबिम्ब है। रंगमंच शान्ति और सामंजस्य की स्थापना में एक ताकतवर औजार है।लोगों की आत्म-छवि की पुर्नरचना अनुभव प्रस्तुत करता है, सामूहिक विचारों की प्रसरण में, समाज की शांति और सामंजस्य का माध्यम है, यह स्वतः स्फूर्त मानवीय,और अधिक सशक्त विकल्प है व समाज का वह आइना है जिसमें सच कहने का साहस है।यह मनोरंजन के साथ शिक्षा और संदेश भी देता है। इसी को ध्यान में रख कर कार्यशाला का आयोजन किया गया है। नाटक कार्यालय में विधालय के बड़ी संख्या में छात्र-छात्रा भाग लिए ।