मधेपुरा/ मंगलवार की शाम जिलाधिकारी तरनजोत सिंह से सिविल सोसाइटी का शिष्टमंडल मिला।मधेपुरा शहर की विभिन्न समस्याओं,साफ सफाई,कचड़ा मुक्त शहर एवं सौंदर्यीकरण के लिए व्यापक रूप से चर्चा हुई। सिंहेश्वर शहर के मामले पर भी व्यापक चर्चा हुई।उन्हें मधेपुरा एवं सिंहेश्वर से संबंधित अलग अलग समस्याओं और मांगों को लेकर दो ज्ञापन सौंपा गया। जिलाधिकारी से प्रत्येक बिंदु पर चर्चा हुई।ज्ञापन में दिए गए सभी मुद्दों पर बिंदुवार चर्चा हुई।शिष्टमंडल में अध्यक्ष डॉ एसएन यादव,संयोजक मनीष सर्राफ,उपाध्यक्ष डॉ जवाहर पासवान,डॉ आरके पप्पू एवं सचिव राकेश रंजन शामिल थे।
बुडको द्वारा जहां तहां नाला निर्माण करने एवं आधा अधूरा छोड़े गए कार्य पर भी चर्चा हुई। जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि विभाग से बिजली पोल शिफ्टिंग की स्वीकृति हो चुकी है। पोल शिफ्ट कर लिया जाएगा।जहां जहां कार्य बीच में छोड़ा गया है उसे प्राथमिकता के आधार पर पूरा कराया जाएगा। अनियमितता के संबंध में कहा कि लगातार उसकी निगरानी की जा रही है।
शहर में सफाई करने वाले सभी सुपरवाइजर का मोबाइल नंबर सार्वजनिक करने की मांग की गई। जिलाधिकारी द्वारा नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देश देने की बात कही गई। शहर की सफाई एवं जागरूकता को लेकर सिविल सोसाइटी ने शहर की साफ सफाई एवं कचड़ा मुक्त करने को एक अभियान चलाए जाने पर चर्चा किया।जिलाधिकारी इस बात से सहमत दिखे।तय हुआ कि नगर परिषद एवं सिविल सोसाइटी मिलकर इसकी रूपरेखा तय कर ले।पहले कचड़ा डंप करने वाले मुख्य जगहों को चिन्हित कर लिया जाय।आसपास के लोगों से कचड़ा वहां नहीं फेंकने की अपील की जाएगी।ऐसे जगहों की घेरेबंदी कर उसका इस्तेमाल करने की कोशिश की जाएगी।इसके बाद जिला प्रशासन,नगर परिषद मधेपुरा एवं सिविल सोसाइटी द्वारा संयुक्त रूप से व्यापक सफाई अभियान चलाया जाएगा।
वही सिंहेश्वर एनएच 106 के बाजार क्षेत्र में बार बार पीएचईडी पाइपलाइन टूटे रहने के कारण जर्जर रहने एवं पीएचईडी एवं एनएच विभाग का एक दूसरे पर जिम्मेदारी थोपे जाने की जानकारी दी गई।जिलाधिकारी ने कहा पाइपलाइन शिफ्टिंग का कार्य एनएच विभाग का है।निर्देश देकर जल्द दुरुस्त करवाया जाएगा।वही शांतिवन गली निर्माण में आ रही तकनीकी कमी पर भी चर्चा हुई।उन्होंने इसके लिए भी आवश्यक निर्देश देने की बात कही।
जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में निम्न मांगे की गई थी…
(1) शहर में कही भी वाहन पार्किंग की व्यवस्था नहीं है।इसीलिए मार्केटिंग करने आने वाले लोग जहां यहां अपनी वाहन को लगा देते है।जो जाम का कारण बनता है।जगह की कमी के कारण बड़ा पार्किंग बनना संभव नहीं है।इसीलिए बाजार क्षेत्र में 3- 4 जगहों पर छोटा छोटा पार्किंग स्थल चिन्हित कर वाहन पार्किंग बनाया जाय।नगर परिषद को इससे राजस्व की भी प्राप्ति होगी और आमलोगों को वाहन पार्किंग की सुविधा भी मिल जाएगी। वाहन पार्किंग के लिए सदर हॉस्पिटल के बाहर ,सदर थाना के बाहर एवं जनरल हाइ स्कूल के बाहर सड़क किनारे की खाली पड़ी जगह को चिन्हित कर वाहन पार्किंग स्थल बनाया जा सकता है।
(2)बाहर से आने वाले लोगों के लिए शौचालय खासकर मूत्रालय की गंभीर समस्या बनी रहती है।शहर के प्रमुख चौक चौराहे पर मूत्रालय बनाए जाने की अत्यन्त आवश्यकता महसूस होती है।लंबे समय से इसकी कमी शहर में महसूस हो रही है।

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(3)शहर के सौंदर्यीकरण के लिए शहर का साफ सुथरा एवं कचड़ा मुक्त रहना आवश्यक है।साफ सफाई की कमी के कारण शहर को स्वच्छता रैंकिंग में 117 बा स्थान मिला था।शहर के मुख्य जगहों पर ही कूड़े कचड़े का ढेर लगाकर रखा जाता है।बरसात में कचड़े की गन्दगी सड़कों पर आ जाती है।जिसके बदबू के कारण अगल बगल के लोगों को काफी परेशानी होती है।
(4) सदर हॉस्पिटल के बगल पानी टंकी वाले पीएचईडी के खाली कैंपस को विभाग से एनओसी लेकर उसे फल सब्ज़ी बाजार के रूप में विकसित किया जा सकता है।कॉलेज चौक से पश्चिमी बायपास जाने वाली सड़क में व्यवस्थित तरीके से सब्जी एवं ठेले वाले दुकानों को एक तरफ लगवाया जा सकता है।
(5)शहर में कुछ जगहों पर पार्क का निर्माण कराया जाना चाहिए।पार्क के लिए बंगला स्कूल के पीछे की खाली जगह पर पार्क का निर्माण कराया जा सकता है।
(6) रासबिहारी उच्च विद्यालय कैंपस में चहारदीवारी का निर्माण कराते हुए उसमें पाथ वे का निर्माण कराया जाए।इससे सुबह मॉर्निंग वॉक करने वाले को सुविधा मिलेगी।
सिंहेश्वर बाजार की समस्या के लिए जिलाधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन में निम्न मांगें थी शामिल:-
(1) बाजार क्षेत्र में एनएच 106 कई जगह पूरी तरह जर्जर हो चुकी है।खासकर हाथी गेट के पास अशोक मेडिकल के सामने एवं पेट्रोल पंप से दक्षिण बेरियर के पास बुरी तरह जर्जर है।बेरियर के पास सड़क इतनी जर्जर है कि लोगों को दुर्घटना से बचाने के लिए बीच सड़क पर एक बेरियर नुमा बोर्ड लगा दिया गया है।जिससे सड़क दो भागों में विभक्त है।यही हाल हाथी गेट के पास है।यहां भी बड़े बड़े गड्ढे बन चुके है।हल्की सी बारिश में जलजमाव हो जाता है।जो हफ्तों तक रहता है।पीएचईडी एवं एनएच विभाग के खींचतान में यह कार्य नहीं हो पा रहा है।पीएचईडी एनएच को इस कार्य को कराने के लिए कहता है जबकि एनएच विभाग का कहना है कि यह कार्य पीएचईडी के जिम्मे का है। उन्हीं को करवाना पड़ेगा
(2) नगर पंचायत क्षेत्र में शुद्ध पेयजल की उपलब्धता नहीं है।पीएचईडी द्वारा ही अब तक नगर पंचायत क्षेत्र में जलापूर्ति की व्यवस्था की जा रही है।लेकिन कभी मोटर जलने एवं कभी पाइप के लीकेज रहने के कारण शुद्ध पेयजल की आपूर्ति न के बराबर हो पाती है।
(3) शर्मा चौक से पश्चिम शांतिवन गली जाने वाली सड़क की हालत बद से बदतर है। हल्की सी बारिश में जलजमाव हो जाता है।इस मार्ग में पैदल आने जाने तक में परेशानी है।
(4) एनएच 106 के बाजार क्षेत्र में सड़क किनारे फल,सब्जी की दुकानें एवं ठेला लगा दिए जाने के कारण सड़क काफी संकरी हो गई है।खासकर ललित धर।शक के पास यह समस्या ज्यादा है।