मधेपुरा/ शिक्षा के बल पर हम हर मुकाम हासिल कर सकते हैं। छात्रों को कर्तव्यनिष्ठ बनने के लिए सबसे पहले अपने अंदर के अहंकार को छोड़ना होगा। उक्त बाते आज बीएनएमयू के ऑडिटोरियम में जन अधिकार छात्र परिषद की विश्वविद्यालय इकाई द्वारा शिक्षा क्रांति एवं कर्तव्य सम्मेलन को संबोधित करते हुए जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कहा।
उन्होंने कहा छात्रों को अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए ईमानदारी पूर्वक कर्तव्य पथ पर चलना होगा। पप्पू यादव ने लालू यादव और नीतीश कुमार सरकार से भी शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्यों पर सवाल किया। उन्होंने कहा कि बिहार में एक भी मॉडल विद्यालय नहीं है। उन्होंने कहा कि दुनिया में सबसे कम पीजी करने वालों की संख्या भारत में है। और भारत में सबसे कम बिहार में। इस पर विचार करने की जरूरत है।
पप्पू यादव ने कहा कि एमएलए एमपी बनने की कोई दिलचस्पी नहीं है लेकिन जब भी कहीं आपदा आती है तो वहां सेवा के लिए मौजूद रहता हूं। पप्पू यादव ने कहा कि कोरोना, बाढ़ सहित अन्य आपदा के समय भी पप्पू यादव मानवता की सेवा निरंतर करते रहे। उस समय उनकी भी मौत हो सकती थी। इसके बावजूद वे अपने कर्तव्य को नहीं भूले और लोगों की सेवा करते रहे।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में छात्रों को व्यवहारिक ज्ञान नहीं दी जाती है। इसी का नतीजा है की शिक्षा ग्रहण के बाद छात्र ग्रामीण इलाके में रहना नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बनेगी तो सबों के लिए शिक्षा अनिवार्य कर दूंगा। कंपलसरी एग्जाम 14 वर्ष तक के बच्चे के लिए होगा। जो बच्चे एग्जाम में भाग नहीं लेंगे उनके अभिभावक को कोई भी सरकारी लाभ नहीं मिलेगा। बच्चों की पढ़ाई, हॉस्टल, खाना सभी फ्री मिलेगा।
मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष गौतम आनंद, प्रदेश अध्यक्ष मनीष यादव, प्रधान महासचिव शिवली तबरेज, आजाद चांद, डा अनिल अनल, आकाश सिंह यादव, राजू मन्नू, सावंत यादव, अजय यादव, सुशील कुमार, देवाशीष पासवान, प्रिंस गौतम, गोपी कृष्ण बीडीओ सहित अन्य मौजूद थे।