• Desh Duniya
  • शंकरपुर पुलिस के खिलाफ डीआईजी को ग्रामीणों ने दिया आवेदन

    शंकरपुर,मधेपुरा/ थाना क्षेत्र के सोनवर्षा गांव में विगत शनिवार के संध्या थाना में पदस्थापित कमांडो के साथ स्थानीय लोगो के द्वारा मारपीट किए जाने के बाद कमांडो के द्वारा उपयोग किए जाने वाले मोटरसाइकिल को छीन कर अक्रोषित लोगो के द्वारा आग के हवाले कर दिया गया था उक्त मामले में मारपीट में जख्मी कमांडो


    728 x 90 Advertisement
    728 x 90 Advertisement
    300 x 250 Advertisement

    शंकरपुर,मधेपुरा/ थाना क्षेत्र के सोनवर्षा गांव में विगत शनिवार के संध्या थाना में पदस्थापित कमांडो के साथ स्थानीय लोगो के द्वारा मारपीट किए जाने के बाद कमांडो के द्वारा उपयोग किए जाने वाले मोटरसाइकिल को छीन कर अक्रोषित लोगो के द्वारा आग के हवाले कर दिया गया था उक्त मामले में मारपीट में जख्मी कमांडो मुकेश कुमार के आवेदन पर 19 लोगो को नामजद और 50-60अज्ञात लोगो के विरुद्ध मामला दर्ज कर छापेमारी कर तीन लोगो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया ।

    उक्त मामले में ग्रामीण अर्जुन सरदार, सुषमा देवी, भूषण सरदार, सोनू कुमार, खुशबू कुमारी ,अनीता देवी, संगीता देवी, रूडली देवी, आरती देवी, मंजू देवी, चंदेश्वरी सरदार, बबीता देवी, शांति देवी, धर्मेंद्र सरदार, रामदेव सरदार, निर्मला देवी, सुरेंद्र सरदार, दिलीप सरदार, नीलम देवी, काजल देवी सहित सैकड़ों लोगों का हस्ताक्षर युक्त आवेदन पुलिस उप महानिरीक्षक को दिया गया है।

    आवेदन पुलिस उप महा निरीक्षक कोशी प्रक्षेत्र सहरसा के नाम भेजकर शंकरपुर थाना अध्यक्ष,कमांडो और सदर डी एस पी पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि जब रक्षक पुलिस भक्षक बनकर दबे कुचले लाचार और बेबस हरिजनों की बस्ती में जाकर उनको सताने लगे उनकी महिलाओं के साथ छेड़खानी व अश्लील व्यवहार करने लगे तो आत्मरक्षा में कथित मुकेश कुमार जैसे कमांडो की हालत लाजमी है। शंकरपुर थाना अध्यक्ष सियावर मंडल का संदिग्ध चरित्र एवं दहशतगर्दी आम लोगों में चर्चा का विषय है जो कि अपराधी व अपराधिक छवि के लोगों को संरक्षण दे उनके द्वारा वसूली का कार्य करवाते हैं जिसका साक्ष्य थाना परिसर में लगे सीसीटीवी के माध्यम से जांचकर किया जा सकता है।

    लोगों ने कहा है सियावर मंडल जैसे थाना अध्यक्ष ने घटना की लीपापोती अपने वर्दी का धौंस दिखा कर दिया ।बताया रात्रि के 8:00 बजे मनचले पुलिस के जवानों ने जबरन वसूली व राह चल रही महिलाओं के साथ अश्लील हरकतें व अभद्र व्यवहार करते नजर आया तो ग्रामीणों का आक्रोशित होना स्वाभाविक था फिर पुलिसिया दबिश ने तो जुबान बंद रखने की हिदायत दिया है जिसमें एसडीपीओ अजय नारायण यादव की अहम भूमिका है ।घटना में जिस कथित अपाचे मोटरसाइकिल का जिक्र किया गया है वो कमांडो मुकेश कुमार के इस्तेमाल में थी उसे भी थाना अध्यक्ष महोदय कभी ग्रामीणों द्वारा छीन लेने की बात करते हैं और कभी लावारिस घोषित कर देते हैं।

    पुलिस जवान के द्वारा कराए गए केस पर भी उठ रहा है उंगली : क्षेत्र में चर्चा हो रहा है कि पुलिस जिस मोटरसाइकिल को केस में लावारिस बताया है वह मोटरसाइकिल का उपयोग लगातार कमांडो के द्वारा क्षेत्र में गस्ती के दौरान किया जाता रहा है फिर पुलिस किस झूठ को छुपाने के लिए उक्त मोटरसाइकिल को घटना स्थल पर लावारिस होने का बात कर रही है क्या थाना में दर्जनों वाहन पुलिस थाने में लावारिस हालत में है जिसका उपयोग पुलिस करते है अगर वह मोटरसाइकिल लावारिस था तो अचानक हंगामे के दौरान कहां से आ गया और ग्रामीणों ने फिर उसमे आग क्यों लगा दिया ऐसे कई सवाल लोगो के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।

    728 x 90 Advertisement
    728 x 90 Advertisement
    300 x 250 Advertisement

    प्रतिमाह ₹.199/ - सहयोग कर कोसी टाइम्स को आजद रखिये. हम आजाद है तो आवाज भी बुलंद और आजाद रहेगी . सारथी बनिए और हमें रफ़्तार दीजिए। सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

    Support us

    Prashant Kumar Avatar
    इस खबर पर आपकी कोई शिकायत या सुझाव हो तो हम तक अपनी बात पहुंचाये । मेल करें [email protected].
    ये आर्टिकल आपको कैसा लगा ? क्या आप अपनी कोई प्रतिक्रिया देना चाहेंगे ? आपका सुझाव और प्रतिक्रिया हमारे लिए महत्वपूर्ण है।