चौकीदार की हत्या पर बवाल, स्टेट हाइवे को किया जाम
करीब 7 घंटे स्टेट 91 हाइवे जाम रहने से हलकान रहे राहगीर व वाहन चालक
कुमारखंड (मधेपुरा)। कुमारखंड थाना के चौकीदार मानिकचंद पासवान की गोली मारकर हत्या कर दिए जाने के बाद आक्रोशित सैकड़ों ग्रामीणों ने सुबह 9 बजे लक्ष्मीपुर चंडी स्थान के पास स्टेट हाईवे को जाम कर दिया। सड़क जाम कर रहे ग्रामीण घटना में शामिल सभी आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर उनके खिलाफ स्पीडी ट्रायल चलाकर फांसी की सजा देने की मांग कर रहे थे। इसके अलावा मृतक के परिजनों को पचास लाख रुपये मुआवजा और पुत्र को सरकारी नौकरी की मांग भी की।
ग्रामीण बबलू कुमार, रामचरित्र ऋषिदेव, शंभू ठाकुर, मनोज कुमार चौबे सहित अन्य लोगों ने एसपी से तत्काल कुमारखंड थानाध्यक्ष को निलंबित करने की मांग भी की। सीओ शशि कुमार के तबादले की आवाज भी उठाई गई। सूचना पर कुमारखंड थानाध्यक्ष श्रीकांत शर्मा, सदर इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार, मुरलीगंज थानाध्यक्ष राजकिशोर मंडल, श्रीनगर थानाध्यक्ष धनेश्वर मंडल, भतनी ओपीध्यक्ष अरविंद कुमार मिश्रा सदल बल के साथ मौके पर पहुंचे। कुछ देर बाद एसडीपीओ अजय नारायण यादव भी आए। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ समुचित कार्रवाई करने और पीड़ित परिवार को हर संभव नियमानुसार सभी सरकारी सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। तब करीब सात घंटे बाद सड़क जाम हटा।
घटना के बाद परिजनों व गांव में मचा कोहराम :चौकीदार मानिकचंद पासवान की हत्या की सूचना मिलते ही परिजनों और गांव में कोहराम मच गया। मृतक की पत्नी मीना देवी का रो-रो कर बुरा हाल था। वह बार-बार बेहोश हो रही थी। बेटी झूनम कुमारी, पुतोहु शिवरानी सहित अन्य परिजन भी बदहवास थे। परिवार के लोगों की चित्कार सुनकर हर आने जाने वाले की आंखों में आंसू आ जाते हैं। लोगों ने बताया कि मिलनसार स्वभाव के मानिकचंद पासवान की हत्या प्रशासन के लिए खुली चुनौती है। पूरे गांव में मातम पसरा रहा और अधिकांश घरों में चूल्हा भी नहीं जला। पांच पुत्री और एक पुत्र सहित 28 लोगों के परिवार के मुखिया चौकीदार मानिकचंद पासवान की मौत से पूरा परिवार गम के साए में डूब गया है।
विवादित जमीन की चल रही थी मापी :
लोक शिकायत निवारण से फैसला आने के बाद पांच दिन से सरकारी अमीन सहित चार अन्य अमीन ने विवादित जमीन की मापी शुरू की थी। मापी का काम अभी पूरा नहीं हुआ था। मृतक की बेटी झूनम कुमारी और भाई दीपचंद पासवान ने बताया कि अंचल और पुलिस की ओर से मानिकचंद को जमीन खाली कराने के लिए बार-बार कहा जा रहा था। इससे दूसरे पक्ष का मनोबल बढ गया था। इसी को लेकर उन्होंने मानिकचंद की गोली मारकर हत्या कर दी।
उधर, सीओ शशि कुमार ने बताया कि लोक शिकायत निवारण के निर्देश पर जमीन की मापी शुरू की गई थी। मापी होने के बाद अतिक्रमण खाली कराने की कार्रवाई की जानी थी। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ नियमानुसार कार्रवाई कर रहे थे और किसी भी पक्ष के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जा रहा था।