Kosi Times
तेज खबर ... तेज असर

हमने पुरानी ख़बरों को archieve पे डाल दिया है, पुरानी ख़बरों को पढ़ने के लिए archieve.kositimes.com पर जाएँ।

- Sponsored -

- Sponsored -

- sponsored -

मधेपुरा रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए नही है शुद्ध पेयजल की व्यवस्था

- Sponsored -

मोहन कुमार/ मधेपुरा/गर्मी की तपिश शुरू होने के साथ ही अब धीरे धीरे आसमान ने भी आग उगलना शुरू कर दिया है । दौरम मधेपुरा रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं है जिससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

मालूम हो कि मधेपुरा रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए शुद्ध पेयजल की बात तो दूर सामान्य पानी की भी व्यवस्था नहीं है ।स्टेशन परिसर और प्लेटफॉर्म पर पानी आपूर्ति के लिए लगाये गये नल  और वाटर टैंक लगभग  दो साल से खराब पड़े हैं ।समस्तीपुर मंडल के डीआरएम सहित रेलवे के वरीय अधिकारी को इस गंभीर समस्या की जानकारी लगातार दी जाती रही है लेकिन कोई समाधान नहीं हो पाया है।

विज्ञापन

विज्ञापन

वर्षो पहले मधेपुरा रेल इंजन कारखाना के लोकार्पण के पूर्व स्टेशन का निरीक्षण करने आए हाजीपुर जोन के एजीएम ने 15 दिनों के अंदर जलापूर्ति बहाल करने की बात कही थी लेकिन आश्वासन से आगे काम नहीं बढ़ सका है ।मधेपुरा स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेनों की संख्या में इजाफा होने के साथ ही यात्रियों की आवाजाही भी बढ़ने लगी है इसके बावजूद यात्रियों के लिए बेहद जरूरी पेयजल की व्यवस्था करने के प्रति ईमानदार पहल नहीं की जा रही है। इस स्टेशन से ट्रेन पकड़ने वाले यात्रियों को स्टेशन कैंपस से बाहर चाय दुकानों से पानी लेना पड़ता है या फिर बोतल बंद पानी खरीदना पड़ता है ।

वही शुक्रवार को पूर्णिया जाने के लिए ट्रेन की इंतजार करते सुखासन के यात्रि मदन मोहन झा,  सीको झा, भर्राही के नवल यादव, रीता देवी, कंचन देवी आदि ने बताया कि स्टेशन कैंपस में लगाया गया चापाकल कहां है उसे खोजने में ही गाड़ी खुलने का समय हो जाता है। प्लेटफॉर्म पर पानी आपूर्ति के लिए लगभग 87 नल और दो चार जगहों पर चापाकल तो लगाये गये हैं लेकिन सब बेकार हैं ।यात्रियों ने पेयजल की सुविधा बहाल करने की मांग की  है।

इस परेशानी से न केवल आमजन परेशान हो रहे है बल्कि रेलवे के कर्मचारी भी जूझ रहे हैं ।रेलवे कार्यालयों के साथ साथ रनिंग रूम में भी पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है ।ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को रात में  काफी परेशानी होती है ।रेलवे कर्मचारियों की मानें तो वे अपने घर से बोतल में पानी लेकर आते हैं।

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

- Sponsored -

आर्थिक सहयोग करे

Leave A Reply

Your email address will not be published.