मधेपुरा/ शुक्रवार को शहर के विभिन्न समस्याओं एवं शहर में बुडको द्वारा बनाए जा रहे नाला निर्माण में अनियमितता को लेकर सिविल सोसाइटी का शिष्टमंडल डीएम तरनजोत सिंह से मिला। शिष्टमंडल में अध्यक्ष डॉ एसएन यादव, उपाध्यक्ष डॉ जवाहर पासवान,डॉ आरके पप्पू एवं सचिव राकेश रंजन शामिल थे। इस दौरान जिलाधिकारी से शहर के विभिन्न समस्याओं एवं सौंदर्यीकरण पर गहन चर्चा हुई। शहर में पार्क बनाने, वाहन पार्किंग,वेंडिंग जोन, डोर टु डोर कचड़ा उठाव एवं विश्वविद्यालय नॉर्थ कैंपस में पुलिस थाना स्थापित करने पर चर्चा हुई। चर्चा के दौरान बताया गया कि शहर के व्यस्तम मुख्य मार्ग पर अस्थाई डिवाइडर लगाई जाएगी। पूरे मार्केट में नही लगाकर इसे सर्वाधिक भीड़ भाड़ वाले एरिया में टुकड़ों में लगाया जाएगा।
बुडको के नाला निर्माण की अनियमितता को लेकर सौंपा गया ज्ञापन :- शिष्टमंडल ने बुडको द्वारा मधेपुरा नगर परिषद क्षेत्र में बनाए जा रहे नाला निर्माण के अनियमितता के संबंध में ज्ञापन सौंपा। साथ ही जिलाधिकारी से हुई चर्चा में नाला निर्माण के एक एक बिंदु पर गंभीरता से चर्चा हुई। गुणवत्ता के मामले में जिलाधिकारी ने एनआईटी जैसी संस्थान से थर्ड पार्टी क्वालिटी चेक कराए जाने की बात कही। जगह जगह खुला छोड़े गए नाला के सम्बन्ध में बताया कि कुछ जगहों पर बिजली पोल शिफ्टिंग को लेकर समस्या आ रही है। लेकिन तत्काल उन जगहों पर किए गए गड्ढों को बेरिकेड करने का निर्देश दिया जाएगा। ताकि किसी भी तरह की दुर्घटना न हो। ज्ञापन में बताया गया कि नगर परिषद क्षेत्र में तकरीबन 72 करोड़ रुपए की राशि से बुडको द्वारा नाला निर्माण कार्य कराया जा रहा है।जिसमें व्यापक पैमाने पर अनियमितता बरती जा रही है। ज्ञापन में निम्न बिंदुओं को शामिल किया गया था।
(1) नाला का लेवल कही एक तरीके से नहीं दिया गया है।लेवलिंग सही नहीं रहने से पानी की निकासी नहीं हो पाएगी और शहर में जलजमाव की स्थिति बनी ही रह जाएगी।
(2) प्राक्कलन के अनुसार कही भी कार्य नहीं किया जा रहा है।गुणवत्ता पूर्ण कार्य कराए जाने हेतु कार्यस्थल पर नियमानुसार प्राक्कलन की प्रति उपलब्ध नहीं रहती है।
(3) नाला निर्माण के लिए जहां जहां खुदाई की जाती है वहां गढ्ढे को यूं छोड़ दिया जाता है।गढ्ढे की बेरीकेडिंग नहीं की जाती है। जिससे उस गढ्ढे में छोटे छोटे बच्चों के गिरने की संभावना बनी रहती है।
(4) नाला खुदाई की हेतु निकाली गई मिट्टी को सड़क किनारे यू हो ढेर लगाकर छोड़ दिया जाता है। बारिश होने से सड़क एवं आसपास का एरिया पूरा कीचड़मय हो जाता है।
(5) निर्माणकर्ता एजेंसी द्वारा यत्र तत्र निर्माण कार्य किया जा रहा है।जिससे किसी एक जगह का कार्य पूर्ण नहीं हो पा रहा है।जिस जगह कार्य प्रारंभ किया जाता है वहां कार्य पूर्ण कर जल निकली की समुचित व्यवस्था कर आगे निर्माण कार्य प्रारंभ करना चाहिए।
(6) इससे पूर्व पूर्वी बायपास में होंडा शोरूम के पास निर्माण कार्य में अनियमितता पाए जाने पर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा उसे तुड़वाया गया था।सूचना अनुसार हर जगह इसी तरह कार्यों में अनियमितता बरती जा रही है।
पार्क,वेंडिंग जोन,पार्किंग जोन के लिए ढूंढी जा रही जगह:– जिलाधिकारी शहर की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा किए।उन्होंने शहर के सौंदर्यीकरण के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा किए। इन्होंने कहा कि पार्क के लिए शहर में अगर कही जमीन उपलब्ध हो तो बताए। इसके लिए बजटीय प्रावधान रहता है। उन जगहों पर पार्क का निर्माण कराया जाएगा। वही जिलाधिकारी ने बताया कि पुरानी बस स्टैंड के आधे हिस्से को ऑटो स्टेंड बनाने एवं आधे हिस्से को वेंडिंग जोन बनाया जाएगा। वही इसके अलावे अन्य जगहों पर वेंडिंग जोन एवं वाहन पार्किंग एरिया बनाए जाने पर चर्चा हुई। जिलाधिकारी ने शिष्टमंडल से भी कहा कि आप सब भी इसके लिए खाली जगहों को देखकर हमें सूचित करें।

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डोर टू डोर कचड़ा उठाव की कराई जाएगी व्यवस्था :- शिष्टमंडल ने चर्चा के दौरान डोर टू डोर कचड़ा नहीं उठाए जाने की जानकारी दी।जिसपर जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि डोर टू डोर कचड़ा उठाव की व्यवस्था जल्द ही पुख्ता तरीके से लागू कराई जाएगी। जिलाधिकारी ने बताया कि जिन गलियों में वाहन जा पाएगी वहां कचड़ा उठाने को सीधे वाहन जाएगी।जहां छोटी अथवा संकरी गली के कारण कचड़ा उठाने वाला वाहन नहीं जा पाएगा।वहां ठेला से कचड़ा उठवाया जाएगा।वहां से कचड़े को उठवाकर नजदीकी सड़क पर लगे कचड़ा डंपिंग वाहन पर डाल देगा।उन्होंने जल्द इस व्यवस्था के लागू कराए जाने की बात कही। वही रात्रि को भी सफल व्यवस्था चालू कराए जाने की बात जिलाधिकारी ने कहा।
विश्वविद्यालय नॉर्थ कैंपस,मेडिकल कॉलेज एवं इंजीनियरिंग कॉलेज कैंपस की सुरक्षा को लेकर भी चर्चा हुई।शिष्टमंडल द्वारा बताया गया कि उक्त कैंपस में पुलिस थाना की काफी जरूरत है।वहां मेडिकल कॉलेज रहने के कारण दिन रात काफी संख्या में मरीज एवं उसके परिजनों का आना जाना लगा रहता है।उन्हें यह जानकारी भी दी गई कि जज़हट सबेला पंचायत स्थित मेडिकल कॉलेज , विश्विद्यालय एवं इंजीनियरिंग कॉलेज कैंपस जैसे महत्वपूर्ण संस्थान में सुरक्षा का पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। पुलिस की पर्याप्त व्यवस्था नहीं रहने से शाम के बाद वह क्षेत्र असामाजिक गतिविधियों का केंद्र बन जाता है। तीन महत्वपूर्ण संस्थान रहने के कारण पूरे दिन काफी संख्या छात्र , मरीज एवं अभिभावकों समेत काफी लोगों की आवाजाही उस क्षेत्र में होते रहती है। शाम के बाद छिनतई जैसी घटनाएं आम बात है। ऐसी स्थिति में इन तीनों संस्थानों को ध्यान में रखते हुए मेडिकल कॉलेज/विवि उत्तरी परिसर में एक सहायक थाना का निर्माण काफी आवश्यक है। थाना निर्माण की स्वीकृति नहीं होने तक तत्काल वहां पुलिस चौकी बनाए जाने का अनुरोध शिष्टमंडल द्वारा जिलाधिकारी से किया गया।
जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि पूर्व में प्रस्ताव गृह विभाग को भेजा गया है। उसकी अद्यतन स्थिति की जानकारी लेकर पुनः एक स्मार भिजवाते है।वही तात्कालिक व्यवस्था के लिए उन्होंने पुलिस अधीक्षक से चर्चा कर उचित व्यवस्था कराए जाने को आश्वस्त किया।