मधेपुरा/ बिहार राज्य संबद्ध डिग्री कॉलेज के शिक्षक और कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शुक्रवार को मधेपुरा में काला बिल्ला लगाकर सांकेति विरोध जताया। इस आंदोलन का नेतृत्व महासंघ के विश्वविद्यालय अध्यक्ष प्रोफेसर अरविंद कुमार यादव ने किया। प्रो. यादव ने बताया कि संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों में कार्यरत शिक्षा कर्मियों को नियमित वेतन नहीं मिल रहा है। इसके समाधान के लिए महासंघ की ओर से चरणबद्ध आंदोलन चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को शिक्षकों और कर्मचारियों ने काला बिल्ला लगाकर काम संपादित किया और विरोध दर्ज कराया।
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प्रदर्शनकारियों ने महामहिम कुलाधिपति से अपील की कि उनकी न्यायसंगत मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए सार्थक पहल की जाए। उन्होंने बताया कि 5 मार्च को विश्वविद्यालय के माध्यम से मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा जाएगा और 20 मार्च को विधानमंडल के सामने धरना प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य के संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों में कार्यरत शिक्षक और कर्मचारी बीते चार दशकों से बिना नियमित वेतन के कार्य कर रहे हैं। सरकार ने वित्त रहित शिक्षा नीति को समाप्त कर परीक्षा परिणाम आधारित अनुदान नीति बनाई है, लेकिन अनुदान राशि के भुगतान में जटिलताओं के कारण पिछले आठ सालों से शिक्षकों का बकाया वेतन लंबित है। शिक्षकों और कर्मचारियों ने मांग की कि परीक्षाफल आधारित सहायक अनुदान की जगह वेतन संरचना निर्धारित की जाए और 2018 से नियमित मासिक वेतन भुगतान किया जाए। फैक्टनेब के विवि अध्यक्ष प्रो. अरविंद कुमार यादव के नेतृत्व में शिक्षकों ने पीएस कॉलेज के प्राचार्य सह मूल्यांकन निदेशक डॉ. अशोक कुमार को मांग पत्र सौंपा।
मांग पत्र देने वालों में डॉ. बैद्यनाथ यादव, डॉ. सिंधु कुमारी, प्रो. सोनी कुमारी, प्रो. नीतू कुमारी, प्रो. अनिल कुमार, प्रो. कल्पना कुमारी, प्रो. सुनीता कुमारी, प्रो. नूतन कुमारी आदि मौजूद थे।