मधेपुरा/ जिले के सिंहेश्वर प्रखंड क्षेत्र के रामपट्टी गांव निवासी विवेकानंद सिंह राठौर को डीआईजी पद पर पदोन्नति मिलने से पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है। उनकी इस उपलब्धि को गांव और जिले के लिए गौरव का क्षण बताया जा रहा है। पदोन्नति की खबर मिलते ही ग्रामीणों ने एक-दूसरे को बधाइयां दीं और हर्ष व्यक्त किया।
जानकारी के अनुसार विवेकानंद सिंह राठौर वर्ष 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और वर्तमान में असम–मेघालय कैडर से जुड़े हुए हैं। अपने कर्तव्यनिष्ठ और साहसिक कार्यों के लिए वे दो बार राष्ट्रपति द्वारा वीरता पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं। सरल स्वभाव और जनसेवा के प्रति समर्पण उनकी पहचान रही है।
समाजिक संगठन श्रृंगी ऋषि सेवा फाउंडेशन के संस्थापक भास्कर कुमार निखिल ने फोन पर उन्हें बधाई देते हुए कहा कि विवेकानंद सिंह राठौर न केवल एक कुशल पुलिस अधिकारी हैं, बल्कि समाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते रहे हैं। उन्होंने एसएसपी के रूप में मेघालय में कई सामाजिक पहल शुरू कीं, जिनमें एक सरकारी विद्यालय को गोद लेकर उसके विकास के लिए लगातार प्रयास करना भी शामिल है।
उनकी इस सफलता पर परिवार में भी खुशी का माहौल है। विवेकानंद सिंह राठौर के पिता लीलानंद सिंह, जो सेवानिवृत्त एसडीओ हैं, तथा माता किरण सिंह (सेवानिवृत्त) के लिए यह पल अत्यंत गर्व का है। परिजनों और ग्रामीणों ने इसे पूरे क्षेत्र की उपलब्धि बताया।
बधाई देने वालों में रामपट्टी के मुखिया विजय सिंह, पूर्व जिला परिषद सदस्य सूरज सिंह, सेवा निवृत्त पीएमजी भगवान दास टेकरीवाल, विजय टेकरीवाल, राजेश कुमार राजू, राजेश कुमार झा, मनीष आनंद, सागर यादव, अभियंता राजेश कुमार, गौरव कुमार झा, संतोष मल्लिक, अभिषेक साह, अनुज सिंह, प्रिंस कुमार, अरविंद प्राणसुखका, इन्द्रदेव स्वर्णकार सहित बड़ी संख्या में स्थानीय गणमान्य लोग शामिल रहे।
ग्रामीणों का कहना है कि विवेकानंद सिंह राठौर की यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत है और यह साबित करती है कि मेहनत, ईमानदारी और सेवा भाव से किसी भी ऊंचाई को हासिल किया जा सकता है।














