मोहन कुमार/मधेपुरा/ भयानक गर्मी शुरू होते ही जिले में खराब पड़े चापाकलों की मरम्मत करने की कवायद विभाग द्वारा शुरू कर दी गई है इसको लेकर पीएचईडी विभाग द्वारा सर्वे कार्य कराकर खराब पड़े चापाकलों को चिह्नित करने का काम किया जा रहा है।
जिला स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले भर में कुल 11231 चापाकल है जिसमे पिछले तीन दिनों में 50 से अधिक खराब चापाकलों को चिह्नित किया गया है इन खराब चापकलों को सभी प्रखंडों में पीएच ईडी के कनीय अभियंता की देखरेख में चलंत मरम्मत दल द्वारा मरम्मत किया जाएगा इसको ले मरम्मत दल का गठन भी किया जा चुका है।
प्रत्येक प्रखंड के लिए एक-एक मरम्मती दल की हुई है प्रतिनियुक्ति : प्रत्येक प्रखंड के लिए एक-एक मरम्मती दल प्रतिनियुक्त किए गए हैं, इसमें एक मिस्त्री तथा दो हेल्पर शामिल हैं इसको लेकर रोस्टर तैयार कर कार्यालय आदेश निर्गत किया गया है इसमें पंचायतों के जनप्रतिनिधि से भी संपर्क कर सूची प्राप्त कर चापाकल की मरम्मत की जाएगी ।सभी मरम्मत कराए गए चापाकल का सामाजिक प्रमाणीकरण कराया जाएगा। स्थानीय लाभार्थी जनप्रति निधि से सत्यापन कराया जाएगा तथा फोटोग्राफ लेकर सर्टिफिकेट के साथ विभागीय चापाकल मरम्मत पोर्टल पर अपलोड कराया जाएगा इसे पीएचईडी के एमआईएस पोर्टल पर जाकर देखा जा सकता है।
वही जिला कार्यपालक अभियंता अभय कुमार ने बताया कि यदि कोई सरकारी चापाकल मरम्मती के अभाव में नहीं चल रहा है तो उसकी तत्काल सूचना संबंधित प्रखंड कार्यालय या पीएचईडी कार्यालय को दें इसके अलावे चापाकलों की मरम्मत की शिकायत जिला नियंत्रण कक्ष में भी दर्ज कराई जा सकती है।