मधेपुरा/ जिला मुख्यालय स्थित होटल राज के सभागार में एकवंशी सोशल सेना के द्वारा अमर शहीद रामफल मंडल शहीद दिवस सप्ताह का आयोजन किया गया। ई.महेंद्र नारायण मंडल की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रामफल मंडल विचार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष ई.शैलेन्द्र मंडल शामिल हुए।
कार्यक्रम को संबोधित करते श्री मंडल ने रामफल मंडल के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शहीद रामफल मंडल का जन्म सीतामढ़ी जिले में हुआ था. भारत छोड़ों आन्दोलन के दौरान भारत सीतामढ़ी में हुए गोली कांड के बाद 24 अगस्त 1942 को बाज़पट्टी चौक पर उन्होंने गड़ासे के एक ही वार में SDO का सर कलम कर दिया और इंस्पेक्टर को भी मौत के घाट उतार दिया था। जिसके बाद उन्हें 23 अगस्त 1943 की सुबह भागलपुर सेन्ट्रल जेल में फांसी दी गई थी. फांसी देने से कुछ मिनट पहले जेलर ने पूछा – तुम्हारी अंतिम इच्छा क्या है ? उन्होंने कहा कि मेरी अंतिम इच्छा है कि अंग्रेज हमारे देश को छोर कर चले जाएँ, और भारत माता को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कर समस्त भारत को स्वतंत्र कर दें. ऐसे हिम्मत वाले थे रामफल मंडल. 77वीं शहादत दिवस पर हम लोग श्रद्धांजलि देते हैं।
इस मौके पर प्रो. रामचंद्र मंडल, एकवंशी सोशल सेना के सचिव चन्दन कुमार मंडल, अध्यक्ष शिव सागर महतो, कोषाध्यक्ष अरुण कुमार महतो, सत्तों मंडल, महेश्वर राय, मनोज राय, रामचंद्र महतो, योगेंद्र महतो, जयनाथ महतो, बालकृष्ण, विद्यानंद महतो, अंजन कुमार संजीव कुमार बुटन मंडल लालेश्वर मंडल योगेंद्र मंडल इंद्रदेव मंडल सरयुग मंडल उमेश मंडल देवनारायण राय आदि ने रामफल मंडल को श्रद्धासुमन अर्पित किया।