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  • रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधा बढ़ाने सहित अन्य मांग को लेकर रेल संघर्ष समिति ने दिया धरना

    मुरलीगंज ,मधेपुरा/  मुरलीगंज रेलवे स्टेशन परिसर में 19 सूत्री मांगों को लेकर रेल संघर्ष समिति के द्वारा शनिवार को दो दिवसीय धरना की शुरूआत की गयी। पहला दिन धरना प्रदर्शन दूसरे दिन रविवार को रेल संघर्ष समिति के कार्यकर्ता उपवास पर बैंठेंगे। धरनार्थियो ने बताया कि मुरलीगंज रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओ का घोर अभाव


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    मुरलीगंज ,मधेपुरा/  मुरलीगंज रेलवे स्टेशन परिसर में 19 सूत्री मांगों को लेकर रेल संघर्ष समिति के द्वारा शनिवार को दो दिवसीय धरना की शुरूआत की गयी। पहला दिन धरना प्रदर्शन दूसरे दिन रविवार को रेल संघर्ष समिति के कार्यकर्ता उपवास पर बैंठेंगे।

    धरनार्थियो ने बताया कि मुरलीगंज रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओ का घोर अभाव है। यहां के यात्रियों को शुद्ध पेयजल तक नही मिलता है। प्लेटफार्म सहित स्टेशन परिसर मे रौशनी की उचित व्यवस्था नही है।मुरलीगंज रेलवे स्टेशन को अमृत भारत में शामिल करने, रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधा में सुधार करने, प्लेटफॉर्म ऊंचीकरण, वैशाली और पुरवइया एक्सप्रेस का पुर्णिया कोर्ट तक विस्तारीकरण, हमसफर का इस रूट से पुनः परिचालन, सहरसा से कटिहार तक ट्रेन की संख्या बढ़ाने, मुरलीगंज में स्थापित पूर्व माल गोदाम को रैक प्वाइंट में परिवर्तित करने, मुरलीगंज में रेलवे अंडर पास पुल बनवाने, जनहित एक्सप्रेस के समय में सुधार करने, हाटे बाजारे को मुरलीगंज होते हुए प्रत्येक दिन चलाने, मुरलीगंज में मेमू मेंटेनेंस की व्यवस्था सुनिश्चित करने, राजधानी एक्सप्रेस को भाया मुरलीगंज सप्ताह में 2 दिन चलाने, अमृत वंदे भारत ट्रेन को पुर्णिया कोर्ट से चलाने, स्टेशन के उत्तरी छोड़ पर सीबीओ की व्यवस्था सुनिश्चित करने, पुर्णिया कोर्ट स्टेशन पर वाशिंग पीट बनाने सहित अन्य मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया।

    इस दौरान वक्ताओं ने मांगे पूरी नहीं होने पर जन आंदोलन और आत्मदाह करने की चेतावनी दी है। रेल संघर्ष समिति के संरक्षक दिनेश मिश्रा ने कहा, हम लोगों ने पहले भी धरना-प्रदर्शन किया, जिस पर डीआरएम ने आश्वासन दिया था, लेकिन वह आश्वासन खोखला साबित हुआ। वैशाली एक्सप्रेस को पूर्णिया से चलाने की मांग की गई थी, लेकिन उसे ललितग्राम से चालू कर दिया गया। यह सीधे तौर पर हमारे साथ धोखा है। स्टेशन पर न बिजली है, न शौचालय, न शुद्ध पेयजल यहां की स्थिति बदतर होती जा रही है। अधिकारी सिर्फ आश्वासन देते हैं, समाधान कोई नहीं करता।

    रेल परामर्श दात्री समिति के सदस्य सूरज जायसवाल ने कहा, गलती से हम रेल परामर्श दात्री के सदस्य बन गए है। रेलवे की अनदेखी से हम नाराज़ हैं। 19 सूत्री मांगों को लेकर हम पहले भी आंदोलन कर चुके हैं। रेल संघर्ष समिति हमेशा जनआंदोलन के लिए तैयार है। यहां लंबी दूरी की ट्रेनें नहीं रुकतीं, न ही शुद्ध पानी के लिए आरो की व्यवस्था है। यह जनता के साथ अन्याय है।

    मनोज यादव ने कहा, हमलोग पहले भी धरना दे चुके हैं, आज भी दे रहे हैं और आगे भी देते रहेंगे। अगर मांगे पूरी नहीं हुईं तो हम सामूहिक आत्मदाह करेंगे। यह आंदोलन अब रुकने वाला नहीं है। अन्य वक्ताओं ने कहा कि मांगो पर ध्यान देते हुए रेल प्रशासन और सांसद तथा क्षेत्रीय प्रतिनिधि जल्द पहल करें। वर्षों से मुरलीगंज के लोग इन मांगो को उठाते रहे हैं लेकिन सिर्फ आश्वासन हीं मिलता है। साथ ही बताया कि रविवार को उपवास पर बैठकर लोग प्रदर्शन करेंगे।

    मौके पर बाबा दिनेश मिश्रा, विजय यादव, विकास आनंद, आनंद कुमार उर्फ श्याम ठाकुर, सूरज जायसवाल, राजद नेता सह पूर्व मुखिया मनोज यादव, प्रशांत कुमार, उदय चौधरी, पवन यादव, राजीव जायसवाल सहित कई आम नागरिक उपस्थित रहे।

    धरना में राजनीतिक दल व सामाजिक संगठन ने भी दिया समर्थन:

    शनिवार को स्टेशन परिसर में रेल संघर्ष समिति के अगुआई में हुए धरना प्रदर्शन में यात्री सुविधा बढ़ाने सहित अन्य मांगो के समर्थन मे कई राजनीतिक दल के नेताओं ने भी हिस्सा लिया। राजद, कांग्रेस, भाजपा के नेताओं ने पहुंच कर धरना में अपना योगदान दिया।

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