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  • विश्वविद्यालय एवं कालेज कर्मियों का चरणवद्ध आंदोलन शुरू

    मधेपुरा/बिहार राज्य विवि एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ बीएनएमयू विवि प्रक्षेत्र के बैनर तले सोमवार को विवि एवं विभिन्न कॉलेजों से आए कर्मचारियों ने विवि एवं इसके क्षेत्रांतर्गत सभी महाविद्यालयों को बंद करा दिया। कर्मचारियों ने कार्यालय खुलते ही तय समय के अनुसार जमजुटकर आए और गगनचुंबी नारे लगाते हुए विवि एवं इनके क्षेत्रांतर्गत सभी महाविद्यालयों


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    मधेपुरा/बिहार राज्य विवि एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ बीएनएमयू विवि प्रक्षेत्र के बैनर तले सोमवार को विवि एवं विभिन्न कॉलेजों से आए कर्मचारियों ने विवि एवं इसके क्षेत्रांतर्गत सभी महाविद्यालयों को बंद करा दिया। कर्मचारियों ने कार्यालय खुलते ही तय समय के अनुसार जमजुटकर आए और गगनचुंबी नारे लगाते हुए विवि एवं इनके क्षेत्रांतर्गत सभी महाविद्यालयों को बंद करा दिया।

    ज्ञातव्य हो कि बिहार राज्य विवि एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ के विवि प्रक्षेत्रीय इकाई संघ ने विवि के कुलपति एवं कुलसचिव को पत्र लिखकर विगत शनिवार को ही चरणबद्ध आंदोलन का अल्टीमेटम प्रेषित किया था। विवि प्रक्षेत्रीय कर्मचारी संघ के उपाध्यक्ष अखिलेश भूषण ने बयान जारी करते हुए कहा कि हम कर्मी अपने मांगों पर अड़े हैं और जबतक हमारी मांगे पूरी नहीं होती है तबतक हमलोगों का चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा। चरणबद्ध आंदोलन के अंतर्गत विवि मुख्यालय एवं इसके क्षेत्रांतर्गत तमाम अंगीभूत एवं स्नातकोत्तर विभागों के कर्मी आगामी 22 एवं 23 मई को उपस्थिति बनाकर कलमबंद हरताल पर रहेंगे। आगामी 24 मई को सभी कर्मी सामुहिक अवकाश पर रहते हुए अपने अपने इकाई/महाविद्यालय में सामुहिक धरना देंगे। इसके बाद भी मांग नहीं माने जाने पर आगामी 25 मई से पूरे विवि के कर्मी अनिश्चितकालीन हरतल पर चले जायेंगे।

    ज्ञातव्य हो कि विगत 16 मई को कर्मचारी संघ का प्रतिनिधिमंडल कुलपति एवं कुलसचिव से अपने चिरलंबित मांगो को लेकर मिला था जिसमे कुलपति ने आश्वाशन दिया था कि शनिवार यानी 20 मई तक आपके मांगों पर सकारात्मक विचार कर अपना फैसला देंगे। कुलपति के आश्वासन पर पूरे विवि के कर्मी विवि मुख्यालय में जुटे थे लेकिन कुलपति ने कर्मचारियों के समस्याओं का निराकरण नहीं कर पाए और मजबूरी में कर्मियों को आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ा।

    कर्मचारी संघ के मुख्य मांगों में निम्न वर्गीय लिपिक को 1900 की जगह नियमानुसार 2400 ग्रेड पे पर भुगतान करना शामिल है। साथ ही चतुर्थ चरण में अंगीभूत महाविद्यालयों में कार्यरत शिक्षकेत्तर कर्मियों को सेवा समायोजन तिथि का अधिसूचना निर्गत करना, शिक्षकेत्तर कर्मियों को परिणियमानुसार प्रोन्नति का लाभ देना, एमएसीपी का लाभ देकर वेतन निर्धारण कर भुगतान करना, मैट्रिक पास चतुर्थ वर्गीय कर्मी को 1800 ग्रेड पे का भुगतान करना, मृत कर्मियों के पाल्यों को अनुकंपा के आधार पर नियुक्त करना, यूजीसी रेगुलेशन के तहत सेवाकाल में शिक्षकेत्तर कर्मियों को पीएचडी का लाभ देना समेत कई मांग शामिल है।

    आंदोलन में भाग लेने वालों में मुख्य रूप से प्रक्षेत्रीय पदाधिकारी अखिलेश भूषण, विवि इकाई के सचिव अखिलेश नारायण, प्रक्षेत्रीय उपाध्यक्ष संजीव कुमार, राज्य कार्यकारिणी सदस्य पृथ्वीराज यदुवंशी, अवनीत, वैभव, राहुल, बिरेंद्र ठाकुर, अखिल परमार, हरिनंदन, हरि, शशांक, नवीन सिंह, आशुतोष, राजेश सिंह, मृत्युंजय समेत दर्जनों कर्मी शामिल थे।

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