चौसा में एक दिवसीय कबीर संतमत सत्संग समारोह का आयोजन
सादा जीवन उच्च विचार की भावना रखें-संतश्री उमा साहेब
चौसा, मधेपुरा/जीवन को सफल बनाने के लिए सत्संग आवश्यक है। सत्संग के माध्यम से ही खरे खोटे, सत्य असत्य,अच्छे बुरे का निर्णय कर सकते हैं । संस्कारों के जागरण से ही व्यक्ति धर्मनिष्ठ धर्म परायण एवं आदर्श परिवार का निर्माण कर सकते हैं। अच्छी दिनचर्या हमारे जीवन में होना चाहिए क्योंकि बिना विवेक विचार से हम धोखा खा सकते हैं।
उक्त बातें संतश्री उमा साहेब ने कही।वे आज बुधवार को कोशी कॉलोनी चौसा स्थित डॉ भोला जायसवाल के दरवाजे पर आयोजित एक दिवसीय कबीर संतमत सत्संग समारोह को संबोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा कि सादा जीवन उच्च विचार की भावना रखें ।इन्हीं महान सद्गुणों को धारण करके ही जीवन को आदर्श मय बना सकते हैं ।समूचे संसार में कोई अधिकृत और विभूति के रूप में प्रख्यात हुआ है तो वह संत शिरोमणि सतगुरु कबीर साहब ही हैं क्योंकि उन्होंने देश और संसार को स्वावलंबन का संदेश दिया है।
डॉ जितेंद्र साहेब ने कहा कि कबीर साहब सभी के आदर्श और मानवता ही सर्वश्रेष्ठ है। सदगुरु कबीर की कहीं बातें आज के समय में भी प्रासंगिक है। वर्तमान पीढ़ी को सदगुरु कबीर के आदर्शों पर चलने की आवश्यकता है।
डॉ भोला जायसवाल साहेब ने सत्संग में सदगुरू कबीर की वाणी को अनंत बताया जिसका कोई पार नही पा सकता। कार्यक्रम का संचालन विनोद साहेब ने किया ।कार्यक्रम में सद्गुरू सत्य कबीर धर्म की विशेषताओं पर प्रकाश डाला गया, तथा कबीर भजन, ग्रंथ गायन भी किया गया।
मौके पर मदन साहब, सुरेश साहब, तारिणी यादव, सुमित कुमार, चंदन देवी, मंजूलता भारती, उर्मिला देवी समेत दर्जनों कबीर साहेब के अनुयाई उपस्थित थे।