सुपौल। कला, संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा आयोजित वीर लोरिक महोत्सव के तीसरे दिन गुरुवार को हरदी दुर्गास्थान में आयोजित कुश्ती दंगल और भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम में दर्शकों का भारी जनसैलाब उमड़ पड़ा। मैदान के चारों ओर सुबह से ही लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई, वहीं दंगल के रोमांचक मुकाबलों ने कार्यक्रम को और आकर्षक बना दिया। इस दौरान बेहतर परस्तुति करने वाले कलाकार को जिला प्रशासन ने अंगवस्त्र एंव प्रस्तुति देकर सम्मानित किया। वहीं कार्यक्रम का मंच संचालन शशिप्रभा जायसवाल कर रही थी।
विभिन्न राज्यों से पहुंचे पहलवानों ने अखाड़े में अपने दमखम और कौशल का शानदार प्रदर्शन किया। पहलवानों के दांव-पेंच और करतब देखते ही दर्शक उत्साह से झूम उठे। हर रोमांचक दांव पर अखाड़ा तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा। दंगल देखने के लिए बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी, जिससे पूरा माहौल उत्साहपूर्ण हो गया। दंगल के अखाड़े में में राजस्थान से आए शेरू पहलवान एंव शैतान सिंह सोनू पहलवान हीरा,प्रिंस बाबू एंव स्थानीय पहलवानों ने खूब वाहवाही बटोरी
शाम में आयोजित सांस्कृतिक प्रस्तुति में कई नामचीन कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लिया। कलाकारों की एक से बढ़कर एक परफॉर्मेंस पर उपस्थित जनता देर तक तालियां बजाती रही। संस्कृति कार्यक्रम का आगाज आयर्न ने भगवती गीत से किया। कस्तूरी सरकार अपनी मधुर आवाज ने राम तरी गंगा मैली हो गई पापियों के पाप ढोते ढोते, में कल्पना मंडल के पहली प्रस्तुति एक राधा एक मीरा दोनों ने श्याम को चाहा ….. पंख होती तो उड़ जाती …रसिया ओ जलिमा , छाप तिलक सब छोड़ दी नेना मिलाके । जबकि ज्योति माही ने अपनी पहली प्रस्तुति मिथिला नागरिया हमर स्वर्ग से सुंदर जेहने किशोरी मोरी……राम जी से पूछे जनक पुर के नारी…… सहित अन्य गानों पर दर्शकों ने खूब आनंद उठाया। वहीं स्थानीय गायक कलाकार शम्भू मंडल कुमारी निगम,करीना कुमारी ने कहा कि जिला प्रशासन की यह पहल स्थानीय कलाकारों को इस प्रकार का मंच पर कला प्रदर्शन करने का मौका देना यह साबित करता है कि सरकार सभी को आगे बढ़ने का अवसर प्रदान कर रही है।
कार्यक्रम के दौरान प्रशासन द्वारा सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की गई थी। पुलिस बल की तैनाती, बैरिकेडिंग और निगरानी प्रणाली के कारण कार्यक्रम शांतिपूर्ण और सुरक्षित माहौल में संपन्न हुआ।प्रशासन द्वारा खास कर मेले में घूमने वाले मनचलों पर टिकी रही कई मनचलों की पिटाई भी हुई जिससे मेले में शांति व्यवस्था कायम रही।
वीर लोरिक महोत्सव का तीसरा दिन सांस्कृतिक समृद्धि और पारंपरिक खेलों का जीवंत संगम बनकर दर्शकों के लिए यादगार साबित हुआ। कार्यक्रम में एडीएम सचिदानंद, एसडीएम इंद्रवीर कुमार डीपीआरओ विकाश कुमार पिपरा के वर्तमान विधायक रामविलास कामत एंव पूर्व विधायक यदुवंश कुमार आदि हरदी सहित आसपास के इलाके के जनप्रतिनिधि सहित गण्यमान्य लोगों ने कार्यक्रम का आनंद लिया।














