मधेपुरा/ 26 फरवरी से शुरू होने वाले महाशिवरात्रि मेला की बंदोबस्ती के लिए आयोजित पहली बीड में एक भी बीडर ने भाग नहीं लिया। जिला राजस्व शाखा द्वारा मेला के डाक के लिए निर्धारित तीन तिथि का शुक्रवार को पहला दिन था। अब डाक के लिए निर्धारित अगले दो तिथि का इंतजार किया जा रहा है।
जिला राजस्व शाखा द्वारा मेले के बंदोबस्ती को लेकर निकाली गई सूचना के अनुसार डाक की न्यूनतम बोली एक करोड़ 16 लाख 15 हजार रुपए रखा गया था। सुरक्षित जमा राशि का 25 प्रतिशत यानी कि 29 लाख तीन हजार रुपए जमा करने के पश्चात ही कोई बीडर बीड में शामिल हो सकते है।
सूत्र बताते हैं कि इस बार बीड के शर्तों में एक नयापन यह है कि सिंहेश्वर मेले में थिएटर और मौत के कुआं को प्रदर्शन की अनुमति नहीं दिए जाने की बात कही गई है। लिहाजा बीडरों को मेला लेना घाटे का सौदा लग रहा है। बीते वर्ष मेला की बंदोबस्ती हो जाने के बाद अंतिम समय में थिएटर के प्रदर्शन को अनुमति नहीं मिली थी। थिएटर का सारा सेटअप तैयार होने के बाद जिला प्रशासन द्वारा भारी संख्या में पुलिस बल एवं मजिस्ट्रेट की तैनाती करवाकर थिएटर को बंद करवाया गया था। इसे लेकर पिछले साल के मेला में जनप्रतिनिधियों ने भी जमकर विरोध किया था। बाद में उसी सेटअप में दिल्ली जागरण का संचालन हुआ था। लेकिन इस बार थिएटर और मौत के कुआं के प्रदर्शन पर रोक को बीड के शर्तों में ही शामिल कर दिया गया है। बहरहाल अब निगाहें 6 एवं 11 फरवरी को होने वाले बंदोबस्ती की तिथि पर है। यदि प्रशासन के शर्त पर कोई बीडर सामने नहीं आता है तो मेला का भविष्य क्या होगा ? हालांकि प्रशासन आश्वस्त है कि दो तिथियों में मेला के लिए बीडर मिल जाएंगे।
इस संबंध में एडीएम अरुण सिंह ने बताया कि मेले की बंदोबस्ती के लिए तीन तिथि रखी गई थी। 31 जनवरी को पहली तिथि में एक भी बीडर के नहीं आने के कारण बंदोबस्ती नहीं हो पाई। अब अगले दो तिथि को पुनः बंदोबस्ती होगी। अब 6 फरबरी एवं 11 फरवरी को मेला के बंदोबस्ती हेतु डाक होगा।