मधेपुरा। इस जिला और मधेपुरा पुलिस के लिए आज गौरव का दिन है। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर मधेपुरा के एसपी राजेश कुमार को महामहिम राष्ट्रपति महोदय के पुलिस पदक से सम्मानित किए जाने की सूचना है। मधेपुरा जिले के लिए इससे अधिक गौरव की बात और क्या हो सकती है कि यहां के पुलिस पदाधिकारी को उनके काम के बदले राष्ट्रपति द्वारा पुलिस का सर्वोच्च पदक मिलने जा रहा है। राजेश कुमार जनवरी 2022 में मधेपुरा के एसपी बनकर आए। इससे पहले वह 2016-17 में मधेपुरा के एएसपी रह चुके हैं। राजेश कुमार का डेढ़ साल का कार्यकाल काफी चुनौतीपूर्ण रहा। अपराध नियंत्रण और बेहतर पुलिसिंग की दिशा में उन्होंने बहुत अच्छा काम किया जिसका नतीजा है कि आज उन्हें राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया जा रहा है। उनके कार्यकाल में मधेपुरा में हुई हर बड़ी आपराधिक घटना का खुलासा किया गया। अधिकांश घटनाओं का उनके द्वारा 24 से 48 घंटे या अधिक से अधिक 15 दिनों के भीतर खुलासा कर दिया गया।
कोसी रेंज के डीआईजी शिवदीप लांडे द्वारा कोसी क्षेत्र के टॉप 10 अपराधियों की बनाई गई सूची में शामिल जिले के हर अपराधी को समय रहते सलाखों के पीछे पहुंचाया जा चुका है। बात चाहे टॉप 10 लिस्ट में शामिल शंकरपुर थाना क्षेत्र के रायभीड़ निवासी कुख्यात प्रमोद यादव की हो या गम्हरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत बैंगहा गांव के अनमोल यादव की या सदर थाना क्षेत्र के भेलवा गांव निवासी प्रह्लाद कुमार, बिहारीगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत सरौनी कला के नवीन मंडल, गमैल गांव के साजन कुमार मेहता, पुरैनी थाना क्षेत्र अंतर्गत गणेशपुर गांव के अमित राय, सिन्दूवाड़ी गांव के ध्रुव मंडल और उदाकिशुनगंज थाना क्षेत्र के रामबाग के अजीत मेहता, पूर्व जीप अध्यक्ष पति मनोज यादव, मिथिलेश यादव, चौकीदार हत्या कांड का मुख्य आरोपी अमित कुमार, मुखिया दिलीप हत्या कांड का आरोपी नीतीश और बौआ कई बैंक और स्वर्ण व्यापारी को लूटने वाला फौज से भागा कुख्यात गुरुजी आज सब के सब सलाखों के पीछे हैं.
एसपी के रूप में राजेश कुमार ने सोशल मीडिया पर हथियार का प्रदर्शन कर दहशत फैलाने वाले राजा यादव, सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले अब्दुल अकेला को भी सलाखों के पीछे पहुंचाया। पत्नी और मासूम बेटी का सर कलम करने वाले जिब्राइल को भी कश्मीर से गिरफ्तार कर एसपी राजेश कुमार ने मधेपुरवासियों का दिल जीता था.आज राष्ट्रपति से मिला यह सम्मान मधेपुरा के लिए भी बड़े सम्मान की बात है.