मधेपुरा। कड़ी मेहनत, अनुशासन और दृढ़ संकल्प का बेहतरीन उदाहरण पेश करते हुए मधुबन गांव के दिव्यांशु प्रियदर्शी ने न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे मधेपुरा जिले और बिहार का नाम रोशन किया है। दिव्यांशु, सामाजिक कार्यकर्ता सीताराम मंडल के पौत्र एवं वरिष्ठ इंजीनियर सुदर्शन कुमार के पुत्र हैं।
दिव्यांशु ने अपनी शैक्षणिक यात्रा में लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। उन्होंने वर्ष 2022 में CBSE 10वीं परीक्षा में 93.6 प्रतिशत अंक प्राप्त किए, जबकि 2024 में 12वीं CBSE में 94 प्रतिशत अंकों के साथ सफलता हासिल की। इसके बाद उन्होंने IIT JEE Mains 2024 में प्रथम प्रयास में 99.03 परसेंटाइल प्राप्त कर और IIT JEE Advanced 2024 प्रथम प्रयास में उत्तीर्ण होकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
हालांकि मनपसंद रैंक न मिलने के कारण दिव्यांशु ने एक वर्ष और तैयारी करने का साहसिक निर्णय लिया। इस निर्णय ने उनकी सफलता को और भी ऊंचाई दी। वर्ष 2025 में उन्होंने IIT JEE Mains में 99.8 परसेंटाइल प्राप्त किया और IIT JEE Advanced 2025 अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होकर देश के प्रतिष्ठित संस्थान IIT मुंबई में केमिकल इंजीनियरिंग (2025 बैच) में प्रवेश पाया।
उल्लेखनीय है कि IIT मुंबई के नियमों के अनुसार छात्रों ने शपथ-पत्र (affidavit) के माध्यम से यह सहमति दी है कि वे न तो अपना रैंक सार्वजनिक करेंगे और न ही किसी अन्य छात्र का रैंक पूछेंगे, ताकि किसी भी प्रकार के भेदभाव से बचा जा सके। इसी कारण IIT JEE Advanced का रैंक या प्राप्तांक सार्वजनिक नहीं किया गया है।
दिव्यांशु की इस उपलब्धि पर सामाजिक, राजनीतिक और चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े अनेक गणमान्य लोगों ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दीं। बधाई देने वालों में विधानसभा उप सभापति नरेंद्र नारायण यादव, विधान परिषद सदस्य डॉ. संजीव कुमार सिंह एवं डॉ. अजय कुमार सिंह, पूर्व मंत्री व पूर्व सांसद डॉ. रेणू कुशवाहा, पूर्व मंत्री रविंद्र चरण यादव, पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केशर सिंह, डॉ. प्रो. पूजा भारती, इंटक जिला अध्यक्ष संजय कुमार सिंह, प्रभात कुमार सिंह, भाजपा नेता अखिलेश कुमार सिंह उर्फ नुनु बाबू, प्राचार्य रविंद्र कुमार रमन सहित अनेक शिक्षाविद, चिकित्सक, समाजसेवी एवं जनप्रतिनिधि शामिल हैं।
सभी ने एक स्वर में कहा कि दिव्यांशु प्रियदर्शी ने अपनी सफलता से मधेपुरा और बिहार को गौरवान्वित किया है और वे आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत हैं।














