मधेपुरा/ पुलिस की तत्परता से उदाकिशुनगंज अनुमंडल के चौसा थाना क्षेत्र अंतर्गत पैना पंचायत में एक डीलर की हत्या होते-होते न सिर्फ बच गयी बल्कि चार सुपारी किलर भी पुलिस के हत्थे चढ़ गए. पुलिस ने इसमें सभी के पास से देशी कट्टा और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किया है.
बताया जाता है कि कि ये सभी अपराधी एक लाख की सुपारी लेकर चौसा थानाक्षेत्र के पैना गांव के राजेंद्र भगत की हत्या करने के लिए नवगछिया जिले से आए थे.
इस सम्बन्ध में एसपी राजेश कुमार ने बताया कि इस मामले में चौसा थानाक्षेत्र के पैना पंचायत के पूर्व मुखिया मोहम्मद शाहजहां समेत छह लोगों को आरोपी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि चौसा थाना क्षेत्र के पैना पंचायत के पूर्व मुखिया मोहम्मद शाहजहां ने चंगला मियां नमक अपराधी के सहयोग से पैना गांव के राजेंद्र भगत की हत्या की सुपारी दो लाख में दी थी. एक लाख रूपया चांगला कमीशन के तौड़ पर रख लिया जबकि चार अपराधी को हत्या की जिम्मेदारी दी गयी. इसके लिए इन्हें एक लाख रुपए मिलने थे.तय सौदा के अनुसार गुरुवार को चारों अपराधी हथियारों से लैस होकर पहले चौसा आए। यहां इलाके की पुलिस व्यवस्था की रेकी करने के बाद जब उन्हें पता चला कि जगह- जगह पर पुलिस पहले से स्पेशल ड्राइव के तहत वाहन चेकिंग चला रही है, तो सभी अपराधी एक ऑटो से सवार होकर हत्या करने के लिए पैना गांव की ओर चल दिए। इसी बीच एसपी राजेश कुमार को किसी मुखबिर ने सूचना दी तो एसपी राजेश कुमार ने तत्काल उदाकिशनगंज एसडीपीओ सतीश कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू करवा दी। इसके बाद चौसा के प्रभारी थानाध्यक्ष विनय शंकर प्रसाद और पुलिसकर्मियों ने अरसंडी के वार्ड-10 में विलास यादव के घर के पास से डकैती और हत्या की नीयत से आए सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया।
तलाशी में इन अपराधियों के पास से चार कट्टा, 17 कारतूस, 1560 रुपया, 6 मोबाइल, चार एटीएम और तीन आधार कार्ड बरामद किया। आधार कार्ड से इन अपराधियों की पहचान का खुलासा हो पाया। एसपी श्री कुमार ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में शामिल पवन कुमार के खिलाफ हत्या के दो समेत चार संगीन कांड परवत्ता और गोपालपुर थाना में दर्ज है। जबकि रंजन यादव पर भी दो मुकदमा पहले से दर्ज है। इसके अलावा मनजीत कुमार और मोहम्मद जिबरु को भी गिरफ्तार किया गया है।