मधेपुरा/ शहर के वार्ड संख्या सात में गुरुवार को बुजुर्गों की सेवा और सम्मान के लिए एक नई मिसाल कायम हुई। मुख्यमंत्री वृद्धजन आश्रम का भव्य शुभारंभ मुख्य पार्षद कविता कुमारी साहा और कार्यपालक पदाधिकारी तान्या कुमारी ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। इस दौरान आश्रम परिसर तालियों और उत्साह से गूंज उठा।
नव निर्मित 50 बेड क्षमता वाले इस आधुनिक आश्रम में फिलहाल 20 बेड की सुविधा तत्काल प्रभाव से शुरू कर दी गई है। पूरा परिसर सीसीटीवी कैमरों से लैस है, जबकि जीविका दीदी के माध्यम से सुसज्जित किचन, पौष्टिक भोजन और साफ-सुथरे वातावरण की व्यवस्था की गई है। कमरे में हीटर, फ्रिज और वाशिंग मशीन जैसी आवश्यक सुविधाएँ बुजुर्गों को बेहतर और सम्मानजनक जीवन देने के उद्देश्य को दर्शाती हैं।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य पार्षद कविता कुमारी साहा ने कहा कि यह आश्रम उन वृद्धजनों के लिए नई रोशनी है जो देखभाल और सहारे की जरूरत महसूस करते हैं। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि यहां रहने वाले हर बुजुर्ग को घर जैसा माहौल, सुरक्षा और स्नेह मिले। नगर परिषद उनकी स्वास्थ्य जांच से लेकर मनोरंजन और दैनिक आवश्यकताओं तक हर चीज पर विशेष ध्यान देगी।”
वहीं कार्यपालक पदाधिकारी तान्या कुमारी ने समाज में बुजुर्गों को सम्मान देने की परंपरा को सुदृढ़ करने पर बल देते हुए कहा कि नगर परिषद आश्रम के संचालन पर लगातार निगरानी रखेगी ताकि किसी प्रकार की कमी न रहे। सभी सुविधाओं को और बेहतर बनाने की दिशा में भी निरंतर कदम उठाए जाएंगे।
उद्घाटन कार्यक्रम में नगर परिषद के कर्मियों, वार्डवासियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की बड़ी संख्या में मौजूदगी ने इस पहल को और प्रभावी बना दिया। स्थानीय लोगों ने कहा कि यह आश्रम मधेपुरा के सामाजिक ढांचे को मजबूत करेगा और जरूरतमंद बुजुर्गों के लिए संबल, सुरक्षा और सम्मान का नया घर बनेगा। यह नई पहल सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि मधेपुरा की मानवता और सामाजिक संवेदनशीलता का जीवंत उदाहरण है।















