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  • केंद्रीय कारा में जीवोनोपोयोगी शिक्षा सत्र का आयोजन

    भागलपुर ब्यूरो/बंदियों के बीच लाइफस्किल ट्रेनिंग के सकारात्मक प्रभाव को देख कर एवम लाइफस्किल के उपयोगिता को समझ कर विशेष केंद्रीय कारा प्रशासन तथा चांद संस्था के संयुक्त तत्वावधान में आज कारा कर्मी तथा उनके परिवार के बीच जीवोनोपोयोगी शिक्षा सत्र का आयोजन किया गया । प्रशिक्षक के रूप में मौजूद रहे अंतराष्ट्रीय जीवनोपयोगी शिक्षक


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    भागलपुर ब्यूरो/बंदियों के बीच लाइफस्किल ट्रेनिंग के सकारात्मक प्रभाव को देख कर एवम लाइफस्किल के उपयोगिता को समझ कर विशेष केंद्रीय कारा प्रशासन तथा चांद संस्था के संयुक्त तत्वावधान में आज कारा कर्मी तथा उनके परिवार के बीच जीवोनोपोयोगी शिक्षा सत्र का आयोजन किया गया ।

    प्रशिक्षक के रूप में मौजूद रहे अंतराष्ट्रीय जीवनोपयोगी शिक्षक तथा प्रख्यात प्रेरक वक्ता प्रोफेसर डॉक्टर देबज्योति मुखर्जी । कार्यक्रम का उद्घाटन उपस्थित महिलाओं द्वारा सम्मिलित रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया । प्रोफेसर मुखर्जी आज ” सफलता से सार्थकता तक ” विषय पर प्रकाश डाले । उन्होंने सफलता तक ही सीमित नहीं रह कर सार्थकता तक कैसे बढ़ा जाए उस पर व्याख्यान दिए। उन्होंने कहा सफलता खुद लक्ष्य हासिल कर प्राप्त किया जाता है पर सार्थकता हासिल करने के लिए दूसरे को सफल बनाने की जरूरत है । सफलता पाने की चीज है और सार्थकता देने की ।

    कार्यक्रम में बोलते हुए काराधीक्षक मनोज कुमार ने बताया की हम कारा से जुड़े सभी व्यक्तियों में सकारात्मकता देखना चाहते हैं और इसके लिए लाइफस्किल को सीखना जरूरी है । मंच संचालन करते हुए उपाधीक्षक राकेश कुमार सिंह ने भी लाइफस्किल के उपयोगिता को लोगों के बीच रक्खा । विशेष अतिथि डॉक्टर सैयद शहाबुद्दीन ने सार्थकता को सेवा के माध्यम से प्राप्त खुशी के साथ जोड़ा । कार्यक्रम में कारा सहायक अधीक्षक गौतम कुमार का विशेष योगदान रहा । उपस्थिति काबिले तारीफ रहा ।

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