शंकरपुर, मधेपुरा/प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित सभा भवन में बाल विकास परियोजना के द्वारा 100 आंगनबाड़ी सेविकाओं का तीन दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन विभागीय निर्देश पर किया गया था जिसमें विभागीय नियम कायदा को दरकिनार कर कार्यालय कर्मी के द्वारा अपने मन मुताबिक प्रशिक्षण कार्य का संचालन कर रहे थे ।प्रशिक्षण के दूसरे दिन शनिवार को प्रशिक्षण ले रहे सेविका के द्वारा प्रशिक्षण में मिले घटिया खाना सहित अन्य समस्या को लेकर हो हंगामा करते हुए मामले से प्रखंड प्रमुख को अवगत कराने के बाद प्रखंड प्रमुख ने तत्काल प्रशिक्षण शिविर में पहुंचकर मामले का जांच पड़ताल कर अनियमितता सही पाए जाने पर बाल विकास परियोजना को स्पष्टीकरण मांगा था। मामले को लेकर कोसी टाइम्स ने रविवार के अंक में खबर प्रकाशित होने के बाद रविवार को प्रशिक्षण ले रहे सेविका को सुबह में नाश्ता चाय और दोपहर में पूरी सब्जी के साथ अन्य सामग्री भोजन दिया गया लेकिन प्रशिक्षक के रूप नामित राजेश कुमार दोपहर के एक बजे तक प्रशिक्षण से नदारद देखे गए ।
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प्रशिक्षण के अंतिम दिन प्रशिक्षण ले रहे सेविकाओं ने बताया कि बाल विकास परियोजना के कर्मी राजेश कुमार के द्वारा प्रशिक्षण कार्य में मनमाना पन अपनाकर शुक्रवार को निम्न क्वालिटी का नाश्ता पानी चाय और खाना दिया गया फिर शनिवार को सिर्फ घटिया किस्म का खाना और चाय दिया गया और रविवार किसका निर्देश मिला कि सुबह में नाश्ता भी दिया गया और दोपहर में भोजन में मटर पनीर की सब्जी पूरी,सलाद,दही,मिठाई सहित अन्य सामग्री दिया गया इससे लगता है कि विभागीय कर्मी मिलीभगत कर प्रशिक्षण के नाम पर लुट खसोट किया गया है ।
इस बाबत प्रखंड प्रमुख ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान हुए अनियमितता को लेकर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को 24 घंटा के अंदर स्पष्टीकरण का जवाब देने के लिए कहा गया है स्पष्टीकरण का जवाब स समय नहीं मिलने पर मामले की जांच हेतु जिला पदाधिकारी को पत्राचार किया जाएगा।