• Desh Duniya
  • प्रसूति कक्ष का हुआ उद्घाटन

    शंकरपुर,मधेपुरा/ प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा अभियान प्रजनन मातृ नवजात शिशु एवं किशोर स्वास्थ्य (आरएमएनसीएच + ए) रणनीति के तहत निदान तथा परामर्श सेवाओं सहित गुणवत्तायुक्त प्रसव पूर्व देखभाल को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शंकरपुर में शनिवार को शिविर का आयोजन किया गया साथ ही पीएचसी में नव निर्मित प्रसूति कक्ष एवं प्रसूति वार्ड का विधिवत उद्घाटन


    728 x 90 Advertisement
    728 x 90 Advertisement
    300 x 250 Advertisement

    शंकरपुर,मधेपुरा/ प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा अभियान प्रजनन मातृ नवजात शिशु एवं किशोर स्वास्थ्य (आरएमएनसीएच + ए) रणनीति के तहत निदान तथा परामर्श सेवाओं सहित गुणवत्तायुक्त प्रसव पूर्व देखभाल को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शंकरपुर में शनिवार को शिविर का आयोजन किया गया साथ ही पीएचसी में नव निर्मित प्रसूति कक्ष एवं प्रसूति वार्ड का विधिवत उद्घाटन जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल मधेपुरा के प्राचार्य डॉक्टर भूपेंद्र प्रसाद, बीडीओ नूतन किरण, जदयू प्रखंड अध्यक्ष मनोज यादव, पीएचसी प्रभारी डॉक्टर जीके दिनकर के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करने के बाद फीता काटकर किया गया ।

    इस दौरान पीएचसी प्रभारी ने बताया कि नव निर्मित प्रस्तुति कक्ष एवं प्रस्तुति वार्ड सारी सुविधा से लैस फूल एयर कंडीशनर है जिसमे प्रस्तुता को सारी सुविधा आसानी से मिलेगा वही प्रत्येक महीना के 9 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान को लेकर स्वास्थ्य केंद्र में शिविर का आयोजन किया जाता है।

    कार्यक्रम में मुख्य रूप से चिकित्सकों/विशेषज्ञों द्वारा दूसरी या तीसरी तिमाही की सभी गर्भवती महिलाओं को कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच सुनिश्चित करना हैं।
    प्रसव पूर्व जाँच के दौरान देखभाल की गुणवत्ता सुधारना। सभी उपयुक्त नैदानिक ​ सेवाएं, उपयुक्त नैदानिक स्थितियों के लिए स्क्रीनिंग, कोई भी नैदानिक स्थितियां जैसे कि रक्ताल्पता, गर्भावस्था प्रेरित उच्च रक्तचाप, गर्भावधि मधुमेह आदि का उचित प्रबंधन, उचित परामर्श सेवाएं और सेवाओं का उचित प्रलेखन रखना। उन गर्भवती महिलाओं को जो किसी भी कारण से अपनी प्रसव पूर्व जाँच नहीं करा पाई, उन्हें अतिरिक्त अवसर प्रदान करना।
    प्रसूति/चिकित्सा के इतिहास और मौजूदा नैदानिक स्थिति के आधार पर उच्च जोखिम गर्भधारण की पहचान और लाइन-सूची।
    हर गर्भवती महिला को विशेष रूप से जिनकी पहचान किसी भी ज़ोखिम कारक या सहरुग्णता स्थिति में की गयी हैं, उनके लिए उचित जन्म योजना और जटिलता की तैयारी करना।

    बताया कुपोषण से पीड़ित महिलाओं में रोग का जल्दी पता लगाने, पर्याप्त और उचित प्रबंधन पर विशेष ज़ोर देना शामिल है।

    इस दौरान दर्जनों गर्भवती महिला का जांच किया गया मौके पर डॉक्टर अरुण महतो,संगीता कुमारी, स्वास्थ्य प्रबंधक नाजिर हुसैन, लेखापाल अनिल सिंह, बिसीएम राजीव कुमार, एएनएम
    नूतन कुमारी,कृतिका भारती,पूनम कुमारी,अरुणा, सविता, सारिका, सोनी, शंकरलाल,दिलखुश,ज्योति सिन्हा,धनराज सहित दर्जनों लाभार्थी उपस्थित थे।

    728 x 90 Advertisement
    728 x 90 Advertisement
    300 x 250 Advertisement

    प्रतिमाह ₹.199/ - सहयोग कर कोसी टाइम्स को आजद रखिये. हम आजाद है तो आवाज भी बुलंद और आजाद रहेगी . सारथी बनिए और हमें रफ़्तार दीजिए। सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

    Support us

    Prashant Kumar Avatar
    इस खबर पर आपकी कोई शिकायत या सुझाव हो तो हम तक अपनी बात पहुंचाये । मेल करें [email protected].
    ये आर्टिकल आपको कैसा लगा ? क्या आप अपनी कोई प्रतिक्रिया देना चाहेंगे ? आपका सुझाव और प्रतिक्रिया हमारे लिए महत्वपूर्ण है।