सिंहेश्वर, मधेपुरा/ऐतिहासिक और पौराणिक सिंहेश्वर मेला का उद्घाटन शनिवार को डीएम श्याम बिहारी मीणा व एसपी राजेश कुमार सहित अन्य ने वैदिक मंत्रोंच्चारण के बीच संयुक्त रूप से धन्यवाद गेट पर फीता काट कर किया. वहीं महाशिवरात्रि के मौके पर लगने वाला यह मेला उद्घाटन के साथ ही प्रारंभ हो गया.
उद्घाटन के बाद डीआरडीए मंच पर दीप प्रज्वलित भी किया गया. समारोह को संबोधित करते हुए डीएम श्याम बिहारी मीणा ने कहा कि कोसी क्षेत्र का बहुत बड़ा मेला है पूर्व में यहां पशु मेला लगा करता था आजादी से पहले भी यहां मेला लगा हैं. मेला का इस बार की बोली से ही पता चलता है कि इसका आर्थिक महत्व कितना ज्यादा है. यहां तरह- तरह की प्रदर्शनियां लगी है. अमृत महोत्सव की स्टाल भी लगी है. सिंहेश्वर महोत्सव में इस वर्ष चार घंटे में दो घंटा स्थानीय कलाकार व दो घंटे अंतराष्ट्रीय, ख्याति प्राप्त कलाकार को मंच मिल रहा है. ताकि लोगों को स्थानीय संस्कृति की भी पता चल सके कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वह कहां है. उसका भी एहसास हो. शास्त्रीय संगीत, लोक संगीत, नृत्य का प्रबंध किया गया है. कुछ कलाएं ऐसी है जो देखने में पहले अच्छी नहीं लगती लेकिन बाद में बहुत अच्छी होती है.
मेले में सीसीटीवी कैमरा सहित अन्य तैयारियां कर चुके हैं. कहीं कोई कमी है तो न्यास का कंट्रोल रूम बनाया गया है. कोई दिक्कत हो तो बता सकते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से विधायक चंद्रहास चौपाल ने बायपास के लिए कहा है. जिस पर लगातार बात चल रही है. अनुमान लगाया जा सकता है कि जल्दी हमें वह मिल जाएगा. वही बाबा की संपत्ति का अतिक्रमण किए लोगों को कहा कि कोई भी बाबा की संपत्ति को अतिक्रमित ना करें. जहां पर बाबा की जमीन है. उसे घेराबंदी करना है. घेराबंदी के बाद उसमें पौधे लगा दिए जाएंगे. जो लोगों को समर्पित होगा. अगर कोई स्थाई परिसंपत्ति बना रहे हैं तो उसे हम उखाड़ देंगे. शिवगंगा में शिव मूर्ति लगाने के बारे में कहा कि इस गर्मी के मौसम में मूर्ति को लगा दिया जाएगा. हालांकि वह सूखता ही नहीं है या चैलेंज होगा कि कैसे किया जाए.
एसपी राजेश कुमार ने कहा कि देवाधिदेव महादेव की नगरी में लगने वाले मेला का इंतजार यहां के लोगों को ही नही आसपास के सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को भी रहता है. एक महीना तक यह मेला दिन रात अनवरत तरीके से चलते रहता है. श्रद्धालु आते है बाबा सिंहेश्वर पर जलाभिषेक करते है और साथ- साथ मेला का आनंद भी उठाते है. मेला में तरह- तरह की चीजें रहती है. सरकार की तरफ से भी कई स्टाल लगी है. भीड़ काफी रहती है इसलिए सुरक्षा का भी इंतजाम करना रहता है. मधेपुरा प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने मिल कर सभी व्यवस्था कर लिए है. जलार्पण के लिए जो भीड़ उमड़ती है उसे कतारबद्ध तरीके से पूजा करवाना और सुरक्षित बाहर निकालने के लिए तीन पालियों में पुलिस कर्मी और मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई है. यहां के वोलेंटियर भी काफी सहयोग करते है.
मेला संचालन के लिए मेला थाना की भी स्थापना कर दी गई है. दिन रात पुलिस की व्यवस्था की गई है. मध निषेध विभाग के द्वारा भी स्टाल लगाया गया है जो पुलिस के मिल कर समय समय पर ब्रेथ एनलाइजर का उपयोग करेंगे. ताकि इस मेला में नशा कर कोई न आ सके अगर कोई आ भी गए तो उसपर कानूनी कार्रवाई की जा सके.
इसके साथ- साथ एडीएम, अनुमंडल पदाधिकारी नीरज कुमार, जिला परिषद अध्यक्षा मंजू देवी, नगर पंचायत अध्यक्षा पूनम देवी, प्रमुख इस्तियाक आलम, उप प्रमुख मुकेश कुमार, न्यास समिति सदस्य मदन मोहन सिंह ने भी मंच पर अपनी बातों को साझा किया. मंच का संचालन पृथ्वी राज यदवंशी ने किया.