सिंहेश्वर,मधेपुरा/देवाधिदेव महादेव की पूजा- अर्चना करने सूबे के राज्यपाल महामहिम राजेंद्र अर्लेकर, राज्यपाल प्रधान सचिव रॉबर्ट एल. चोंग्थू सहित अन्य
शुक्रवार को पहुंचे. बाबा मंदिर के गर्भगृह में मौजूद पांच पुजारी गिरजा बाबा, बचनू बाबा, लाल बाबा, संजीव ठाकुर उर्फ मुन्ना बाबा, कन्हैया बाबा के द्वारा एकसाथ मिलकर षोडशोपचार पूजन करवाया गया. वहीं पुजारियों ने महामहिम सहित अन्य को अंगवस्त्र, रुद्राक्ष माला, पाग से स्वागत किया .
बाबा के गर्भगृह में पूजा के बाद सभी माता पार्वती, गणेश भगवान व नंदी भगवान की पूजा किया. मंदिर पर भी चर्चा की गई. वहीं पुजारियों ने बताया राज्यपाल पूजा अर्चना से काफी खुश हुए और अगली बार आने पर ज्यादा समय तक पूजा करने की बात कही. राज्यपाल ने यह भी कहा कि इस बार समय काफी कम है. इसलिए ज्यादा समय नही दे पाया हूं.
मौके पर डीएम विजय प्रकाश मीना, एसपी राजेश कुमार, डीएसपी अमरकांत चौबे, अजय नारायण यादव, बीडीओ आशुतोष कुमार, न्यास सदस्य विजय कुमार सिंह, प्रबंधक अभिषेक आनंद मौजूद थे.
राज्यपाल के लिए चाक चौबंद रही व्यवस्था- विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह में पहुंचे महामहिम राज्यपाल का दौरान बाबा सिंहेश्वर नाथ महादेव के मंदिर में कड़ी सुरक्षा के बीच हुआ. जैसे-जैसे उनके पहुंचने का समय नजदीक होता गया. वैसे- वैसे सुरक्षा बढ़ती चली गई. सुरक्षा को लेकर आवागमन रोकने के लिए शहर में कई जगह ड्रॉप गेट और सुरक्षाकर्मी लगाए गए थे. सुबह से ही मंदिर परिसर में अधिकारियों का आने जाने का सिलसिला जारी रहा. किसी बात की कोई कमी नहीं रह जाए इसका खास ख्याल रखा जा रहा था. लगभग सुबह नौ बजे मंदिर से माइकिंग कर मंदिर को आम लोग खाली कर देने को कहा. बिना पास के मंदिर परिसर में कोई भी व्यक्ति नहीं रहने की बात कही गई. श्रद्धालुओं को भी मंदिर परिसर से पूरी तरह से खाली कर दिया गया. मंदिर बैरियर और मुख्य बाजार स्थित पुल के पास भारी संख्या में सुरक्षा बल खड़े थे और किसी भी श्रद्धालु या और लोगों को उधर से गुजरने नहीं दिया गया.
लगभग सवा 11 बजे दिन में महामहिम राज्यपाल सुरक्षा के बीच मंदिर पहुंचे पूजा अर्चना के लिए पहुंचे. और बहुत तेजी में लगभग साढ़े 11 बजे मंदिर से विश्वविद्यालय के लिए निकल गए. मंदिर जाने के रास्ते में जहां कहीं भी टूटे-फूटे दुकान नजर आ रहे थे उसे कपड़े से ढक दिया गया था. मुख्य बाजार में भी उनके आने के एक घंटे पहले से ही वाहनों का आने जाने पर रोक लगा दिया गया था. वही दूरदराज से पूजा अर्चना को आए श्रद्धालुओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. सुबह से ही भूखे प्यासे कई घंटे महामहिम राज्यपाल के आने का इंतजार करते दिखे. राज्यपाल वापस जाने के बाद आम लोग को मंदिर जाने का अनुमति दी गई.