सहरसा/ सहरसा में कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए शनिवार को पहली बार मकर संक्रांति महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। जिला प्रेक्षागृह में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन जिला पदाधिकारी वैभव चौधरी समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों ने दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यक्रम में बच्चों ने नृत्य और लोकगीत की शानदार प्रस्तुतियां दीं। जीविका और किलकारी द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में बच्चों की मिथिला पेंटिंग, पुनर्चक्रित वस्तुओं से बनाई गई कलाकृतियां और मासिक पत्रिका का प्रदर्शन विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। जिलाधिकारी ने बच्चों की प्रतिभा को निखारने के लिए प्रशिक्षण वर्ग आयोजित करने के निर्देश दिए।
कला एवं संस्कृति पदाधिकारी स्नेहा झा ने कहा कि उनका लक्ष्य नए कलाकारों को राष्ट्रीय स्तर का मंच प्रदान कर जिले को गौरवान्वित करना है। जिलाधिकारी वैभव चौधरी ने मकर संक्रांति के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस दिन से सूर्य के उत्तरायण होने से ऋतु परिवर्तन होता है। उन्होंने बिहार सरकार के सहयोग से सभी कलाकारों को बेहतर मंच प्रदान करने का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम का संचालन साहित्यकार मुक्तेश्वर सिंह मुकेश और शिक्षक आनंद झा ने किया। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त संजय कुमार निराला, अपर समाहर्ता संजीव कुमार चौधरी, जिला कृषि पदाधिकारी ज्ञानचंद शर्मा और किलकारी की सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी मधु कुमारी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।