अररिया/ रविवार का दिन अररिया के लिए काला दिन साबित हुआ, जब एक साथ चार बच्चे डूब गए। जिसमें से दो बच्चे का शव पानी से निकाला गया और दो बच्चे देर शाम तक नहीं मिल पाया था। डूबने वाले चारो बच्चे अररिया प्रखंड क्षेत्र के बेलवा पंचायत स्थित शरीफ नगर वार्ड संख्या 4 की है।
बताया जाता है कि रविवार दोपहर को शरीफ नगर के लगभग आधा दर्जन बच्चे इस्लाम नगर वार्ड संख्या 27 के नूरी मस्जिद के समीप कोशी धार में नहाने के लिए गए थे। लेकिन नहाने के क्रम में अधिक पानी में चले गए तो नहाने वाले किसी बच्चे ने हल्ला किया कि वे लोग पानी में डूब रहे हैं। देखते ही देखते देखने वालों की संख्या हजारों में पहुंच गए। इस बीच किसी ने बच्चे डूबने की जानकारी नगर थानाध्यक्ष को दिया तब जाकर नगर थानाध्यक्ष शिव शरण साह घटना स्थल पर पहुंचे और बच्चे डूबने की जानकारी अररिया अंचल अधिकारी गोपी नाथ मंडल व एसडीआरएफ टीम को दिया। उसके बाद एसडीआरएफ की टीम व स्थानीय गोताखोर पानी में बच्चे को खोजने में जुट गए। बच्चों की डूबने की खबर से इस्लाम नगर,शरीफ नगर व आसपास के मोहल्ले में मातम सा छा गया है।लगभग एक घंटे की कड़ी मशक्कत करने के बाद एक बच्चे का शव पानी से बरामद किया। जबकि दूसरे बच्चे का शव दो घंटे के बाद मिला। देर शाम तक और दो बच्चों को एसडीआरएफ की टीम खोजने में जुटे हुए थे लेकिन बच्चे नहीं मिल पाया था।
बेलवा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि मसूद ने जानकारी देते हुए बताया कि जिस बच्चे का शव पानी से बरामद किया गया उसमें बेलवा पंचायत शरीफ नगर वार्ड संख्या 4 स्थित इस्लाम गालिब उर्फ राजू कपड़ा वाले का 12 वर्षीय पुत्र रेहान है।जबकि दूसरा शव मोइन का 12 वर्षीय पुत्र अयान अख्तर का है।जो मिल्लत
नगर में भाड़े के मकान में रहते थे।लेकिन बच्चे का शव मिलते ही परिजन शव को लेकर अपने पैतृक स्थान जोकीहाट चले गए। इसलिए उस बच्चे के नाम का पता नहीं चल पाया। मुखिया प्रतिनिधि ने यह भी बताया कि मुन्ना का 12 वर्षीय पुत्र रियाज नहीं मिला है। वहीं साबिर का पुत्र दुलारे भी देर शाम तक नहीं मिल पाया था।
बच्चे डूबने वाली स्थान पर जनवरी फरवरी माह में किया जाता है खनन : इस्लाम नगर वार्ड संख्या 27 स्थित नूरी मस्जिद के समीप जिस स्थान पर बच्चा डूबा है वहां के स्थानीय लोगों ने बताया कि जनवरी फरवरी माह में जिस समय कोशी धार का पानी सुख जाता है उस वक्त ट्रैक्टर चालकों द्वारा अवैध खनन किया जाता है जिसके कारण वहां पर बड़ा गड्ढा बन गया है।