सिंहेश्वर,मधेपुरा/नगर पंचायत के एकमात्र सीएससी में इन दिनों कंप्यूटर ऑपरेटर की मनमानी खूब चल रही है. जब जैसे मन करता है वैसे कार्य उनके द्वारा किया जा रहा है. कोई कुछ बोले तो उल्टे लोगों से ही उलझ जाते है. कई बार कइयों से बहस हुई है. हालांकि इस बीच ऑपरेटर ज्ञान प्रकाश का एक नया कारनामा उनके द्वारा किया गया है. ताजा मामला में सर्वर के 10 मिनट के तकनीकी खराबी में इनके द्वारा एक घंटा तक पर्चा काटना ही बंद कर दिया गया. हंगामा होने के बाद भी इनके द्वारा काफी देर तक बहस की गई कि सर्वर खराब है. इनके द्वारा एक सीनियर का नंबर दिया गया जिससे बात करने पर काफी देर तक सर्वर ठीक होने की बात कही गई.
विकलांग को एक घंटे तक टहलाया– दस मिनट के सर्वर डाउन के कारण एक घंटा तक लोगों को टहलाया गया. इसमें बुखार से पीड़ित बच्ची, वृद्ध, विकलांग मरीज थे. सभी को अपनी परेशानी को नजर अंदाज कर ऑपरेटर के आने का इंतजार था. इस बाबत तेज बुखार से पीड़ित सिंहेश्वर वार्ड संख्या आठ निवासी बच्ची रुचि के पिता ने बताया की रुचि को तेज बुखार हो गया है. यहां आए तो पर्ची काटने के के लिए कोई भी मौजूद नही था. खोजबीन की गई तो पता चला सर्वर फेल है. इसलिए ऑपरेटर कहीं नाश्ता के लिए गया है. विकलांग सिंहेश्वर वार्ड संख्या 11 निवासी राजकुमार भगत ने बताया की उसे पूर्व में लकवा हो गया था. जिस वजह से विकलांग हो गया. बुधवार को बीपी बढ़ जाने के कारण दवाई लेने सीएचसी आए थे. लेकिन यहां ऑपरेटर के मनमानी के वजह से इधर से उधर टहलना पड़ रहा है. बीपी भी बढ़ गया है. इसके साथ- साथ लालपट्टी वार्ड संख्या दो गणेश मंडल, पटोरी वार्ड संख्या सात दिगेश कुमार, लालपट्टी वार्ड एक राजेश कुमार, सिंहेश्वर के मनोज कुमार सहित दर्जनों मरीज ने एक घंटा तक पर्चा नही काटने की बात कही गई.
पूर्व में भी कई बार हुआ झंझट- ऐसा नही है की उक्त ऑपरेटर पहली बार इस तरह से कार्य में लापरवाही को अंजाम दे रहे है. कई बार तो मामला बढ़ भी गया. इनके व्यवहार के कारण मामला झंझट तक पहुंच चुका है. इससे लगभग दो माह पूर्व भाजपा के पूर्व मंडल महामंत्री सह आईटी सोशल मीडिया सह संयोजक सुपौल लोकसभा विष्णु शर्मा के द्वारा एक बार पुर्जा नही कटता देख जब ऑपरेटर को बोला गया तो इनसे खूब बहस हो गई. लगभग 15 दिन पहले महावीर चौक के डिंपल भगत की पत्नी ने गार्ड से बात कर रहे ऑपरेटर को पुर्जा काटने के लिए बोला तो इनसे भी बहस कर ली. तब उसके पति ने जोर से बोलने का विरोध किया. तब भी काफी देर बाद पुर्जा काटा गया.
इस संबंध में अस्पताल प्रबंधक ने कहा कि अस्पताल में पुर्जा नही काटने की शिकायत मिली थी. मामला की जांच की जा रही है.