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नगर परिषद उपाध्यक्ष के पति पर झूठे मुकदमे का आरोप, एसपी से निष्पक्ष जांच की मांग

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अफजल राज/मधेपुरा/ उदाकिशुनगंज नगर परिषद की उपाध्यक्ष मिंकी कुमारी ने एक प्रेस बयान जारी कर अपने पति राकेश कुमार उर्फ जॉनसन दास एवं उनके सहयोगियों पर दर्ज कराई गई एफआईआर को पूरी तरह साजिश करार दिया है। उन्होंने सोमवार को मधेपुरा के पुलिस अधीक्षक को आवेदन सौंपकर पूरे मामले की उच्च स्तरीय व निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।

उपाध्यक्ष मिंकी कुमारी ने बताया कि हाल ही में नगर परिषद कार्यालय में कार्यरत सफाईकर्मी चंदन मेहतर एवं उसके कुछ सहयोगियों ने कार्यालय परिसर में गाली-गलौज व हाथापाई की घटना को अंजाम दिया। इस दौरान माहौल तनावपूर्ण हो गया और कर्मचारियों के बीच अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। तभी नगर परिषद कर्मचारी विपिन मंडल ने बीच-बचाव कर विवाद को शांत कराने की कोशिश की। आरोप है कि उसी वक्त चंदन मेहतर एवं उसके साथियों ने विपिन मंडल को भी खुलेआम धमकी दी कि अगर वह उनके खिलाफ बोलेगा तो उसे झूठे मुकदमे में फंसा दिया जाएगा।
घटना की सूचना जैसे ही नगर परिषद उपाध्यक्ष के प्रतिनिधि राकेश कुमार उर्फ जॉनसन दास तक पहुँची, वे तत्काल मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराने का प्रयास किया। मिंकी कुमारी का कहना है कि उनके पति ने केवल शांति कायम करने की भूमिका निभाई थी, लेकिन राजनीतिक दबाव और कुछ विरोधी गुटों की चाल के कारण उन पर और उनके सहयोगियों पर झूठा मामला दर्ज करा दिया गया।

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उन्होंने दावा किया है कि इस पूरे घटनाक्रम का सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध है, जिसमें स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि उनके पति किसी प्रकार की मारपीट या गाली-गलौज में शामिल नहीं थे। इसके अलावा नगर परिषद कार्यालय के सुपरवाइजर अरुण कुमार मंडल एवं कई अन्य कर्मचारी प्रत्यक्षदर्शी गवाह हैं, जिन्होंने इस बात की पुष्टि की है।

मिंकी कुमारी ने कहा कि उनके पति और सहयोगी लंबे समय से सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं और जनता के बीच अच्छी छवि रखते हैं। उन्हें झूठे मुकदमे में फँसाकर बदनाम करने की कोशिश की जा रही है, जो लोकतांत्रिक व्यवस्था व न्याय की भावना के खिलाफ है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि पूरे मामले की निष्पक्ष व उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और सच्चाई सामने लाकर निर्दोष लोगों को आरोपमुक्त किया जाए।

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