बबलू कुमार/मधेपुरा/ बिहार के छात्रों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. लंबे संघर्ष और अथक प्रयासों के बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET) के आयोजन का आदेश शिक्षा विभाग ने जारी कर दिया है। इस ऐतिहासिक फैसले के पीछे छात्र राजद, बिहार के प्रदेश उपाध्यक्ष अमृत कुमार अमरकांत की कड़ी मेहनत और जुझारूपन की बड़ी भूमिका है।
अमृत कुमार अमरकांत ने STET के आयोजन को लेकर शिक्षा विभाग के वरीय अधिकारियों से लगातार संवाद किया और परीक्षा को सुनिश्चित कराने के लिए पटना हाई कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया। अमृत ने छात्रों के अधिकारों और न्याय के लिए हर संभव कदम उठाए, जिससे अंततः शिक्षा विभाग ने परीक्षा कराने का निर्णय लिया।

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STET के आयोजन का मुख्य उद्देश्य TRE-4 में अभ्यर्थियों को शामिल कराना है। STET के सफल आयोजन के बाद BPSC TRE-4 में योग्य अभ्यर्थियों का चयन सुनिश्चित होगा, जिससे प्रदेश में शिक्षकों की बहाली का मार्ग प्रशस्त होगा।
यह पहली बार नहीं है जब अमृत कुमार अमरकांत ने छात्रों के लिए बड़ी उपलब्धि हासिल की है। पिछले साल भी उन्होंने STET से वंचित छात्रों को मौका दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनके अथक प्रयासों के कारण कई छात्रों को परीक्षा में शामिल होने का अवसर मिला।
अमृत कुमार अमरकांत ने कहा, ‘यह जीत सिर्फ मेरी नहीं बल्कि उन लाखों छात्रों की है जो वर्षों से इस परीक्षा का इंतजार कर रहे थे। मैंने हर कदम पर विद्यार्थियों के हितों की रक्षा का प्रयास किया और आज इस निर्णय ने हमारी मेहनत को सार्थक कर दिया है।’
यह खबर सामने आने के बाद पूरे बिहार में छात्रों में खुशी की लहर दौड़ गई है। सोशल मीडिया पर भी अमृत कुमार अमरकांत के प्रयासों की जमकर सराहना हो रही है। छात्र समुदाय का कहना है कि अमृत कुमार अमरकांत ने यह साबित कर दिया है कि जब नेतृत्व में ईमानदारी और संकल्प हो तो किसी भी लक्ष्य को पाया जा सकता है।