मधेपुरा/ बिहार ने इंस्पायर अवार्ड नॉमिनेशन 2025 में पूरे देश के अन्य राज्यों को पीछे छोड़ते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया। इस उपलब्धि में सभी जिलों का योगदान सराहनीय रहा। विशेषकर मधेपुरा जिला ने राज्य स्तर पर प्रथम स्थान पाकर एक बार फिर यह साबित किया कि निरंतर परिश्रम, टीम भावना और रणनीति से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
गौरतलब है कि PBL (प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग) में लगातार 10 बार प्रथम स्थान प्राप्त करने के बाद, इस वर्ष INSPIRE AWARD Nomination में भी मधेपुरा जिला ने बाज़ी मारी है। यह उपलब्धि बिहार के लिए गर्व और प्रेरणा का विषय है।
नेतृत्व और टीम की भूमिका
इस सफलता का श्रेय जिला DPO एवं टीम लीडर अभिषेक कुमार के दूरदर्शी नेतृत्व और मार्गदर्शन को जाता है। उनके निर्देशन में मुरलीगंज प्रखंड ने शत-प्रतिशत कार्य समय से पूर्व पूरा कर सराहनीय उदाहरण प्रस्तुत किया है । इस उपलब्धि में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बबिता कुमारी और तकनीकी टीम के सदस्य — पूनम शर्मा, शिवानी प्रिया, सपन कुमार, विशाल राज, दिलखुश कुमार और हिमांशु शेखर की भूमिका उल्लेखनीय रही।
योजना का उद्देश्य

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इंस्पायर अवार्ड का मूल उद्देश्य विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण, नवाचार और अनुसंधान की भावना को प्रोत्साहित करना है। चयनित बच्चों को ₹10,000 की प्रोत्साहन राशि दी जाती है, ताकि वे छोटी उम्र से ही अपने सपनों को पंख लगाकर समाज की समस्याओं के समाधान खोज सकें।
नॉमिनेशन प्रक्रिया
- इस योजना की अंतिम तिथि पहले 15 सितंबर थी, जिसे बढ़ाकर अब 30 सितंबर कर दिया गया है।
- इसमें कक्षा 6 से 12 तक के छात्र-छात्राएँ, चाहे वे सरकारी विद्यालय से हों या निजी विद्यालय से, भाग ले सकते हैं।
- इस बार तकनीकी टीम की सक्रिय भागीदारी के कारण नॉमिनेशन में कई गुना वृद्धि हुई और समय से पूर्व शत-प्रतिशत कार्य पूरा किया जा सका।
भविष्य की दिशा
मधेपुरा की यह सफलता शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव की शुरुआत है। जिस तरह की समर्पण भावना और टीमवर्क का परिचय दिया गया है, उससे विश्वास है कि आने वाले समय में मधेपुरा जिला हर क्षेत्र में नई ऊँचाइयों को छुएगा और बिहार को निरंतर गौरवान्वित करेगा।