सिंहेश्वर,मधेपुरा/नगर पंचायत स्थित अस्पताल चौक पर रामनवमी के दिन बनाये गये बजरंग बली के छोटे से मंदिर का अब अस्तित्व ही मिटा दिया गया है. जानकारी हो कि रामनवमीं के दिन मल्लिक समाज लोगों के द्वारा सरकारी जमीन में बजरंग बली कि स्थापना करते हुए एक छोटे से कच्चे मंदिर का निर्माण कराया था. और यहां लोग प्रतिदिन पूजा- अर्चना करने लगे. इस मंदिर के निर्माण को लेकर मंदिर के पिछे रहने वाले मकान मालिक के द्वारा इस मंदिर को हटाने के लिए कई जगहों पर आवेदन दी गयी थी. इसी आलोक में मुख्य सचिव आमिर सुब्बानी के द्वारा निर्गत पत्र में एसपी और डीएम से मंदिर हटाने के लिए कहा था. जिस वजह से रविवार के दिन में अंचलाधिकारी आदर्श गौतम, थानाध्यक्ष अरुण कुमार के साथ पुलिस बल मंदिर को हटाने उक्त स्थल पर पहुंची मगर मंदिर हटाने कि जानकारी मिलते ही लोग वहां जमा हो गये और विरोध करने लगे. जिस वजह से दिन में प्रशासन को खाली हाथ लौटना पड़ा.
आक्रोशित लोगों ने बताया कि रविवार रात के लगभग 11 बजे हम सभी घर में सोये हुए थे. इस दौरान बिजली कटाकर प्रशासन का ट्रेक्टर सहित आधा दर्जन वाहन वहां पर आया और मंदिर में रखे हनुमान जी के प्रतिमा सहित मंदिर को उठाकर ले गये. मंदिर में जो दान पेटी था उसका ताला टुटा हुआ है उसमें रखे सारे पैसे भी गायब है. हमलोग जब वहां आये तो देखा कि प्रशासन कि वाहन स्थल से जा रही है. वही इस मामले में आक्रोशित मल्लिक समाज के महिला, बच्चे और पुरुष ने रात 12 बजे से ही टायर जलाकर बांस लगाकर अस्पताल चौक को जाम कर दिया. इस दौरान रात में उसी रास्ते से 112 कि वाहन जा रही थी और आक्रोशित लोगों ने उसे देख पत्थरबाजी कि जिससे वाहन को हल्का क्षति पहुंचा है. किसी तरह वाहन सहित पुलिस बल बचकर निकल पाये. इतना ही नहीं सुबह होते- होते खबर आग कि तरह फ़ैल गयी और मुख्य सड़क एनएच 106 शर्मा चौक को सोमवार के सुबह सात बजे जाम कर प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की.
जाम कर रहे लोगों ने कहा अगर मंदिर हटाना ही था तो दिन में हटाते रात में चोरी छिपे यह काम नहीं करना था. जाम की सुचना पर इंस्पेक्टर सहित पांच थानों के थानाध्यक्ष और पुलिस बल को मंगवाया गया और व्यापार मंडल अध्यक्ष शिवचन्द्र चौधरी व अन्य प्रतिष्ठित लोगों ने आक्रोशित लोगों को काफी समझाया और जाम हटाने की बात कही. लेकिन उनलोगों ने मंदिर वहीं बनाएंगे कि बात पर अडिग थे. हालांकि बीच में समझाने के बाद मामला कुछ शांत हुआ और शर्मा चौक पर से जाम को समाप्त कराते हुए मंदिर स्थल अस्पताल चौक से जाम हटाने सभी लोग पहुंचे लेकिन वहां पर लोगों ने अपनी शर्त रखते हुए कहा कि जो प्रतिमा यहां से ले गये वह लाकर दे तब जाकर जाम समाप्त होगा. बात नही बनी तब फिर दुबारा शर्मा चौक को जाम कर दिया.
प्रशासन ने जाम कर रहे लोगों से कहा कि बिहार के वरिष्ठ पदाधिकारी के आदेश पर यह अतिक्रमण हटाने का कार्य हो रहा है फिर भी आक्रोशित लोग किसी कि सुनने को तैयार नहीं थे. बाद में उन्हें यह कह कर मनाया गया कि आवेदनकर्ता का घर अगर सरकारी भुमि में है आप सभी भी आवेदन दे उनके उपर भी कार्रवाई होगी. अगर सरकारी जमीन वह अतिक्रमण किये हुए हैं उन्हें भी खाली कराया जायेगी. वही मंदिर के लिए आपस में बैठकर कोई बीच का रास्ता निकाला जायेगा. फिर भी जाम नही हटा ।
बाद में इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार, मधेपुरा थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार, सिंहेश्वर थानाध्यक्ष अरुण कुमार, गम्हरिया त्रिलोकी नाथ शर्मा, शंकरपुर सियावर मंडल, घैलाढ़ विकाश कुमार, भर्राही थानाध्यक्ष, एसआई बबलू कुमार, रामेश्वर साफी सहित काफी संख्या में पुलिस बल और बीडीओ आशुतोष कुमार, सीओ आदर्श गौतम व कमांडो टीम, महिला पुलिस बल के आते ही पुलिस ने अपना रुख कड़ा किया और दोनों जगहों से जाम समाप्त कराया.
इस दौरान लगभग 13 घंटा जाम रहा. जिस वजह से श्रद्धालुओं सहित परीक्षा देने वाले छात्रों के साथ- साथ आमलोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.