सिंहेश्वर,मधेपुरा/ देवाधिदेव देव महादेव की नगरी में शनिवार को बाबा की बारात काफी धूमधाम से निकलेगी. इसके लिए तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. इस दौरान काफी बारीकी से डीएसपी अजय नारायण यादव, एसडीओ नीरज कुमार सहित अन्य पदाधिकारियों के द्वारा निरीक्षण भी किया गया है. निरीक्षण में सभी छोटी- बड़ी व्यवस्था को ध्यान में रख कर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया है.
बाबा की निकलेगी बारात : शनिवार को शाम तीन बजे मंदिर परिसर से बाबा की बारात भव्यता के साथ निकलेगी. इसमें विभिन्न विद्यालयों की ओर से झांकी भी शामिल रहेगा. बारात सिंहेश्वर की सड़कों से गुजर कर गौरीपुर होते हुये फिर मंदिर पहंचेगी. बाबा के भक्त भूत पिशाच और अन्य वेश-भूषा में रहेंगे. इस दौरान न्यास समिति एवं प्रशासन के वरीय पदाधिकारी मौजूद रहेंगे. इस अनुपम दृश्य को देखने के लिये और इसमें शामिल होने के लिए बाहर से आने वाले हजारों श्रद्धालु मौजूद रहेंगे.
रात के ढाई बजे खुलेगा पट : शिवरात्रि की सुबह लाखों श्रद्धालु शिवलिंग का जलाभिषेक करेंगे. इसे स्थानीय बोली में जलढरी कहा जाता है. श्रद्धालुओं की भीड़ की अधिकता को देखते हुए रात के ढाई बजे ही बाबा का पट खोल दिया जायेगा. इस दौरान लगभग दो लाख श्रद्धालु द्वारा जल चढ़ाने का अनुमान लगाया जा रहा है. वहीं श्रद्धालुओं को ठहरने के लिये मंदिर परिसर स्थित धर्मशाला व नए बने धर्मशाला का निचला हॉल निःशुल्क उपलब्ध है.
यातायात की व्यवस्था : यातायात नियंत्रण के लिए कई जगहों पर ब्लॉक गेट लगाया गया है. बैरियर पर पुलिस पदाधिकारी, दंडाधिकारी एवं पुलिस कर्मियों की तैनाती रहेगी. मधेपुरा से आने वाले सभी ऑटो को सुखासन मोड़ के पास ही रोक दिया जायेगा. जबकि सुपौल-पिपरा रूट से आने-जाने वाले ऑटो को दुर्गा चौक के पास ही रोका जायेगा. मधेपुरा की ओर से आने- जाने वाले नारियल विकास बोर्ड के पास तथा गम्हरिया, सुपौल तथा पिपरा आदि से सिंहेश्वर तक के लिए दुर्गा चौक पर अस्थायी टेंपो स्टैंड बनाया गया है. सिंहेश्वर बाजार में किसी भी प्रकार के वाहन खड़ा करने पर रोक है. इस दौरान गाड़ी बाजार में खड़ी करने पर कानुनी कार्यवाई किया जायेगा. वहीं दुसरी तरफ मंदिर परिसर व मेला परिसर में किसी भी प्रकार के वाहन नही जाने दिया जायेगा.
मेला परिसर व मंदिर परिसर में सादे लिबास में रहेंगे पुलिस कर्मी : जिला प्रशासन की ओर से बताया गया है कि मेला के अवसर पर शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिये गस्ती दल की व्यवस्था की गयी है. जो सभी जगहों पर गस्ती करते रहेंगे. इनके अलावे संपुर्ण क्षेत्र में सादे लिबास में पुलिस कर्मी मौजूद रहेंगे.
मेला का हो रहा है तैयारी : संवेदक पिनाक चंद व सहयोगी डॉक्टर आभाष आनंद, जितेंद्र कुमार उर्फ सिंटू ने बताया कि मेले को अंतिम रूप दे दिया गया है. जबकि मेला में चार पोल का सर्कस लाने का प्रयास लगातार किया जा रहा है. प्रशासनिक स्तर पर भी तैयारी शुरू हो चुका है. इस बार मेले में कई आकर्षक मनोरंजन होने की उम्मीद जताई जा रही है. मेले में रसियन झूला, राम झुला, टोरा टोरा, ड्रेगन झुला, चांद तारा, ब्रेक डांस झुला, दो मंजिला मारूति सर्कस, नाव झुला, बंगाल का मसहुर जादुगर एवं बच्चों के लिए विशेष और आकर्षक झुला मेले व डिज्नीलैंड आकर्षण का केंद्र है. वही इस वर्ष फैंसी मीना बाजार और सहारण पुर हेंडीक्राफ्ट, बुलंद शहर का गिफ्ट आइटम, दिल्ली का आर्टिफिशियल ज्वेलरी और बौन चायना का सामान, फिरोजाबाद, जयपुर, मुजफ्फरपुर की चुडी की प्रसिद्ध दुकान आने से मेले में चार चांद लगने की उम्मीद है. वहीं मेला में एक थियेटर, पांच चित्रहार जिसमें दिल्ली, कलकत्ता, लखनऊ, यूपी सहित अन्य जगहों के कलाकार रहेंगे. मेले को आकर्षक ढंग से लगाने के लिए संवेदक लगातार प्रयत्नशील है. तुरंत उनकी समस्या को सुन कर उसका समाधान निकाल रहे हैं.
इस रुट चार्ट का किया जा सकता है इस्तेमाल : महाशिवरात्रि के अवसर पर सिंहेश्वर में भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है. इस भीड़ के कारण मुख्य बाजार पूरी तरह से जाम हो जाएगा. इसलिए बड़े वाहनों को रुट बदलने की आवश्यकता पड़ सकती है.
रूट नम्बर 1- मधेपुरा की तरफ से जो भी भारी वाहन जो सुपौल की ओर जाती है, वह कॉलेज चौक से पश्चिम बायपास होते हुए सहरसा या घैलाढ़ होते हुए सुपौल की तरफ जा सकते है.
रुट नंबर 2- जो भी छोटी वाहन सिंहेश्वर की तरफ जाती है, वह नारियल बोर्ड से सुखासन मोड़ की तरफ जा सकती है.
रूट नम्बर 3- सुपौल से गम्हरिया होकर या पूर्णिया की तरफ जाने वाली वाहन भागवत चौक गम्हरिया से घैलाढ़, सहरसा होते हुए घैलाढ़ से मधेपुरा या आगे बढ़कर सहरसा होते हुए पूर्णिया की तरफ जा सकते है.
रूट नम्बर 4- पिपरा सुपौल की तरफ से जो गाड़ी, वाहन मधेपुरा/पूर्णिया की तरफ जाएगी वह वाहन दुर्गा चौक से गम्हरिया के भागवत चौक होते हुए घैलाढ़ से मधेपुरा या आगे बढ़कर सहरसा होते हुए पूर्णिया की तरफ जा सकती है.
रूट नम्बर 5- पिपरा से ही पूर्णिया जाने वाली वाहन को जदिया तथा मधेपुरा या सहरसा जाने वाली वाहनों को सुपौल होते हुए सहरसा या घैलाढ़ होते हुए मधेपुरा की ओर ले जाया जा सकता है.
मंदिर में पर्याप्त पुलिस बल रहेंगे मौजूद- विधि व्यवस्था को लेकर समीक्षा की गई है. मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया गया है. बताया गया कि मंदिर परिसर में पर्याप्त लाइटिंग की व्यवस्था किसी भी स्थिति में किया जाएगा. मंदिर परिसर व मंदिर प्रांगण में पर्याप्त पुलिस बल को तैनात किया जा रहा है. महिला व पुरुष को अलग- अलग दिशा से कतार में पूजा करेंगें. जबकि दक्षिण दिशा के गेट से श्रद्धालुओं को बाहर निकाला जाएगा. मंदिर परिसर में यत्र- तत्र दुकान नहीं लगाया जाएगा. अगर ऐसा होता है तो उस दुकानदार के सभी सामानों को जप्त कर लिया जाएगा. मंदिर परिसर में जगह- जगह 16 सीसीटीवी कैमरा श्रद्धालुओं पर निगाह रखेंगे. अवांछित लोगों को चिन्हित कर उन्हें हिरासत में ले लिया जाएगा.
मेला में लगाया जा रहा है सीसीटीवी कैमरा : मंदिर परिसर में सभी बातों को देखने के बाद दोनों पदाधिकारी मेला परिसर में घूम- घूम कर सीसीटीवी लगाने के स्थान को चिन्हित किया और जल्द से जल्द कैमरा लगाने का निर्देश दिया. मेला क्षेत्र में लगभग दो दर्जन से अधिक कैमरा लगाया जाएगा. इसमें सभी झूला, थियेटर, सहित सभी जरूरी जगह पर कैमरा लगाया जाना है. थियेटर, चित्रहार के मालिक को बुला- बुलाकर आवश्यक दिशा निर्देश दिया. अश्लील डांस न हो खासकर शराबियों पर नजर रखते हुए इसकी सूचना पुलिस को दें. मेला में शराब का कारोबार करने वाले व शराबियों पर नजर रखने के लिए एक्साइज डिपार्टमेंट के पदाधिकारी भी लगातार मेला में रहेगा.