कोसी टाइम्स@भागलपुर
करीब तीन हजार साल से उपेक्षित नाथनगर स्थित कर्ण गढ़ पर मानसकामना नाथ मंदिर के पास पहली बार दानवीर कर्ण की प्रतिमा की स्थापना के लिए 5 जून को गंगा दशहरा के मौके पर भूमि पूजन और शिलान्यास किया जाएगा।
यह जानकारी देते हुए दानवीर कर्ण वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव प्रमोद सिन्हा ने बताया कि शिलान्यास की सूचना पाकर स्थानीय लोगों में इस बात को लेकर खुशी की लहर दौड़ गई है कि सदियों बाद पूरे देश में एकमात्र कर्ण गढ़ पर कर्ण की निशानी कायम करने के लिए सामूहिक प्रयास का श्रीगणेश होने जा रहा है। जो बाद में अंग भूमि , अंगिका साहित्य और मंजूषा कला के विकास की दिशा में नए आयाम गढ़ने में सहायक साबित होंगे। उन्होंने बताया कि शिलान्यास के मौके पर अभूतपूर्व स्त्री सम्मान कलश यात्रा निकाली जाएगी। जिसमें सैकड़ों महिलाएं शामिल होंगी। साथ ही शिलान्यास स्थल पर शाम को एक विशाल सभा का भी आयोजन किया जाएगा जिसमें कर्ण की प्रतिमा की स्थापना के औचित्य पर विद्वानों के बीच विमर्श किया जाएगा। सभा में कर्ण की स्मृतियों को संजोने में आने वाली सभी चुनौतियों की समीक्षा की जाएगी और समाधान के रास्ते भी खोजे जाएंगे ताकि सभी वर्ग के लोगों की भागीदारी सुनिश्चित हो सके। सभा में समस्त देशवासियों का ध्यान कर्ण गढ़ की ओर खींचा जाएगा और कहा जाएगा कि कर्ण गढ़ सिर्फ अंग प्रदेश की नहीं बल्कि पूरे विश्व की धरोहर है क्योंकि महाभारत काल के महान पात्र कर्ण जैसा चरित्र न भूतो न भविष्यती है। मानवीय मूल्यों के लिए खुद को न्यौछावर कर देने वाले दानवीर कर्ण केवल एक प्रतिमा भर नहीं है बल्कि अंग प्रदेश की एक पहचान है, विरासत है और अस्मिता है। इस विरासत से हम कभी वंचित नहीं रह सकते। यही वजह है कि हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री जब भी भागलपुर आते हैं तो यहां की धरती को अंग राज दानवीर कर्ण कह कर ही संबोधित करते है।
प्रमोद सिन्हा ने बताया कि अंगिका के महान साहित्यकार और कर्ण पर कई पुस्तकें लिखने के लिए विख्यात अमृत पुरुष अमरेंद्र और कर्ण की स्मृति को संजोने के लिए अंग वासियों को निरंतर प्रेरित करने वाले वरिष्ठ समाज कर्मी डॉ रतन कुमार मंडल के सान्निध्य में आयोजित होने वाली सभा में मुख्य अतिथि के रूप में भागलपुर नगर निगम की मेयर वसुंधरा लाल को और अध्यक्षता के लिए बिहार विधान परिषद के लोकप्रिय सदस्य डॉ एन के यादव सहित कई गण मान्य महानुभावों को आमंत्रित किया गया है।

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सभा की शुरुआत अंग की प्रसिद्ध युवा लोक गायिका अर्पिता चौधरी के मधुर गायन से होगी। कर्ण के चरित्र पर बोलने वाले डॉ आर के चौधरी मुख्य वक्ता होंगे। इस मौके पर कर्ण और अंग की ऐतिहासिकता के साथ कला और संस्कृति पर लिखने वाले साहित्यकारों, पत्रकारों , कलाकार और समाज सेवकों को लोक शिखर सम्मान से और जनता के बीच राजनीति और समाज सेवा कर रहे युवाओं को लोक चेतना सम्मान से सम्मानित किया जाएगा।
कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार और समाज कर्मी प्रसून लतांत करेंगे। विश्व पर्यावरण दिवस और गंगा दशहरा पर यह आयोजन किया जा रहा है इसलिए गंगा के सम्मान के लिए गंगा जल की शीशी वितरित कर गंगा की पवित्रता को बचाए रखने का संदेश दिया जाएगा।
इस मौके पर एक और महत्वपूर्ण कार्य के रूप में अंतरराष्ट्रीय सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार कर्ण पर आधारित अपनी कला कृति की प्रस्तुति देंगे। मधुरेंद्र एक ऐसे कलाकार हैं जिन्होंने कर्ण गढ़ पर पहली बार रेत के ढेर पर दानवीर कर्ण की आकृति उभारी थी जिसकी अभी भी बहुत सराहना की जा रही है।
जिन हस्तियों को लोक शिखर सम्मान दिया जाएगा उनमें डॉ शिव शंकर सिंह पारिजात, राजेंद्र सिंह, अनिरुद्ध विमल, शीतांशु अरुण,गिरधारी लाल जोशी, कौशल किशोर पाठक, डॉ सुधीर मंडल, मिथुन मंडल, अभय आनंद आदि के नाम शामिल हैं। लोक चेतना सम्मान के लिए विजय यादव, देवाशीष बनर्जी, पप्पू यादव,संतोष साह, विपिन बिहारी सिंह, आरती कुमारी, प्रिया जिल, नवज्योति पटेल, ब्रजेश शुक्ला आदि के नाम हैं।