मधेपुरा। सदर प्रखंड के चकला श्रीपुर स्थित प्रांगण पाठशाला में सामाजिक और सांस्कृतिक संस्था प्रांगण रंगमंच द्वारा विश्व रंगमंच दिवस पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अतिथियों, ग्रामीणों और संस्थाकर्मियों ने रंगमंच और शांति की संस्कृति पर अपने अपने विचार साझा किये।
इस दौरान अतिथियों ने संबोधित करते हुए कहा कि रंगमंच एक शक्तिशाली माध्यम है जो समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद करता है। उन्होंने कहा कि रंगमंच के माध्यम से हम समाज के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं और लोगों को जागरूक कर सकते हैं।

विज्ञापन
बच्चों और संस्थाकर्मियों ने विश्व रंगमंच दिवस के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह दिवस रंगमंच की शक्ति को सलाम करने के लिए मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि रंगमंच न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि यह हमें सोचने, समझने और संवेदनशील बनने का अवसर भी प्रदान करता है।
प्रांगण रंगमंच के सचिव अमित आनन्द ने कहा कि हमारा उद्देश्य रंगमंच के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस परिचर्चा से लोगों को रंगमंच की शक्ति के बारे में जानकारी मिलेगी और वे इसके माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद करेंगे। संस्थाकर्मी लक्षी कुमारी और बिट्टू कुमार ने कहा कि प्रांगण रंगमंच ने हमेशा से समाज मे सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए काम किया है। रंगमंच के माध्यम से समाज के वोभिन्न मुद्दों पर चर्चा की है और लोगों को जागरूक किया है।
परिचर्चा में कला के शिक्षक दिलीप कुमार, प्रबंध न्यासी दिलखुश कुमार, शिक्षक राकेश कुमार विश्वास, कुंदन कुमार, नीरज कुमार, कंचन कुमारी, अरविंद यादव, रानी कुमारी, खुशी, अदिति सहित अन्य मौजूद रहे।