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सावन की पहली सोमवारी में डेढ़ लाख श्रद्धालुओं ने किया बाबा का जलाभिषेक

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सिंहेश्वर,मधेपुरा/बाबा भोले की नगरी सिंहेश्वर धाम में पहली सोमवारी को डेढ़ लाख से अधिक भक्तों ने बाबा का जलाभिषेक किया. श्रद्धालुओं का रविवार देर रात से ही छोटे एवं बड़े गाड़ियां भर- भर कर आना लगभग दिन भर चलता रहा. भीड़ ज्यादा होने की आशंका को देखते हुए पंक्तिबद्ध भक्तों के लिये बाबा के गर्भ गृह का पट लगभग दो बजे ही एसडीओ सह सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति के सचिव नीरज कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अजय नारायण यादव, न्यास सदस्य संजीव ठाकुर सहित अन्य के मौजुदगी  सरकारी पूजा के बाद खोल दिया गया.

बाबा का पट खुलने से पूर्व व पट खुलने के बाद बोल बम व हर हर महादेव की ध्वनि से पूरा मंदिर परिसर गुंज उठा. जिस वजह से बाबा मंदिर परिसर सहित पुरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया. दुर- दराज व कई स्थानीय श्रद्धालु बाबा मंदिर पहुंचने के साथ ही शिवगंगा पर लगे झरने व शिवगंगा में डुबकी लगा कर पुजा- अर्चना करने में जुटे रहे. जबकि कई श्रद्धालुओं द्वारा स्थानीय पुजारी द्वारा जल- फुल का संकल्प करा कर पूजा- अर्चना की गई. पूजा के दौरान श्रद्धालु नंदी भगवान से आशीर्वाद मांगने से नही चुके. बाबा का पट खुलने के बाद से सुबह लगभग सात बजे तक महिला व पुरुष श्रद्धालुओं से संख्या काफी ज्यादा रही. जिसके बाद भी भिड़ काफी ज्यादा ही थी लेकिन भिड़ नियंत्रण में रही.

—-पंडाल के वजह से मिली राहत—बाबा मंदिर के आगे बेरिकेटिंग के ऊपर न्यास समिति के द्वारा लगाए गए भव्य पंडाल के वजह से श्रद्धालुओं को काफी राहत मिली. क्योंकि पंडाल में बरसात से तो बचा जा ही सकता है और इसमें गर्मी से बचने के लिए कई पंखे भी लगाए गए है. वैसे भीषण गर्मी में श्रद्धालुओं का दिन भर पूजा करना चलता रहा. लगभग 11 बजे तक धूप भी कम ही हुई थी. जिस वजह से श्रद्धालुओं को काफी राहत मिली.

—-लगातार होती रही माईकिंग

देवाधिदेव की नगरी में पुजा- अर्चना करने के लिये काफी दुर- दुर से श्रद्धालुओं का जत्था दिन भर पहुंचता रहा. किसी भी श्रद्धालु के साथ किसी प्रकार की अनहोनी न हो इसके लिये लगातार माइकिंग किया जाता रहा. माइकिंग में किसी भी प्रकार के आभुषण पहन कर मंदिर परिसर में नही जाने की हिदायत दी जा रही थी. जबकि खोये हुये बच्चों के साथ स्नेह बनाते हुये पुलिस को सुचना देने की बात कही जा रही थी.

तैनात रहे अधिकारी–देवाधिदेव महादेव की नगरी व मंदिर परिसर में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिये जिले के आलाधिकारी सहित कई पदाधिकारी लगातार निगरानी बनाये हुये थे. पुरे क्षेत्र में अलग- अलग जगहों पर तैनात पुलिस बल के साथ एक दण्डाधिकारी व एक पुलिस पदाधिकारी को तैनात किया गया था. वहीं मंदिर परिसर में भी दर्जनों अधिकारी सहित जिले के वरीय पदाधिकारी लगातार नजर बनाये हुये थे. मंदिर परिसर में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो इसके लिये कई सीसीटीवी कैमरे से निगरानी न्यास के नियंत्रण कक्ष में लगे मॉनिटर से किया जा रहा था. मंदिर परिसर में पर्याप्त महिला व पुरूष पुलिस बल को तैनात किया गया था. जबकि अकेले गर्भ गृह के दोनों गेट पर आधे दर्जन से अधिक पुलिस बल की तैनाती की गयी थी. जबकि इस दौरान स्थानीय युवकों ने भी स्थिति को संभाले रखा.

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मेडिकल टीम कर रही है कैंपदेवाधिदेव महादेव की पुजा- अर्चना के लिये लाखों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु के लिये मेडिकल टीम मंदिर परिसर में कैंप कर रही है. लाखों की संख्या में मौजूद श्रद्धालु के साथ किसी प्रकार की घटना को भी झुठलाया भी नही जा सकता है. इसी वजह से एम्बुलेंस सहित मेडिकल टीम को मंदिर परिसर में तैनात किया गया है. मेडिकल टीम में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रविन्द्र कुमार, ईएमटी अनिल कुमार, एएनएम नूतन कुमारी, पुष्पलता कुमारी, परिचारी संतोष कुमार, शंभू कुमार आदि शामिल थे।

डाक बम के लिए विशेष  व्यवस्था–बाबा सिंहेश्वर नाथ का जलाभिषेक करने के लिये विभिन्न घाटों से लगभग पांच सौ से ज्यादा डाकबम अहले सुबह से ही पहुंचते रहे. डाकबम में खासकर स्थानीय सहित गौरीपुर, पटोरी, मनहरा, पतरघट, सहरसा, सिहपुर, कुमारखंड, नवगछिया, महिषी सहित अन्य जगहों के महिला, पुरूष व बच्चें शामिल थे. वहीं डाकबम पूर्व के तरह ही मंदिर के मेन गेट से ही प्रवेश करते रहे. हालांकि इनका प्रवेश किसी भी रास्ते से हो सकता था. वहीं डाकबम के लिये मंदिर न्यास समिति के सहित स्थानीय संस्था के द्वारा श्रद्धालु के लिए नींबु पानी, ग्लुकोज पानी, गरम पानी, ठंडा तेल सहित आवश्यक चीजों की व्यवस्था की गयी थी. वहीं डाक बम के पुजा अर्चना करने के बाद स्थानीय लोगों के द्वारा ठंडे तेल से मालिस, पानी पिलाना सहित उसके दुख को दुर करने के लिये हर संभव प्रयास करने में जुटे थे.

खचाखच भरा रहा मंदिर परिसर—सावन की पहली सोमवारी होने के कारण पुरा मंदिर परिसर श्रद्धालुओं से खचाखच भरा रहा. स्थानीय श्रद्धालुओं ने भी पहली सावन की सोमवारी में काफी संख्या में अपनी उपस्थिति दर्ज की. वहीं न्यास के द्वारा बताया गया कि पहली सोमवारी में काफी भीड़ हुई है जिससे अनुमान लगाया जा सकता है कि अगली सोमवारी को श्रद्धालुओं की संख्या डेढ़ लाख के पार हो जायेगी. वहीं सावन की प्रथम सोमवारी को पड़ोसी देश नेपाल सहित सुपौल, अररिया, सहरसा, मधेपुरा, पुर्णिया, दरभंगा, निर्मली, सिमराही आदि जगहों के श्रद्धालु काफी संख्या में पुजा के लिये सिंहेश्वर पहुंचे.

सैकड़ों श्रद्धालुओं ने दिया दण्ड प्रणाम—-सावन माह में दण्ड प्रणाम देने वाले श्रद्धालु की संख्या काफी ज्यादा होती है लेकिन सावन का प्रथम सोमवार होने के कारण सैकड़ों महिला, पुरूष सहित बच्चों ने शिवगंगा व झरने में स्नान कर शिवगंगा से बाबा के गर्भ गृह तक दण्डवत करते हुये गये और बाबा को प्रणाम किया. और फिर पुजा- अर्चना की. कई ऐसे भी श्रद्धालु थे जो विकलांग होने के बावजुद दण्ड प्रणाम दे रहे थे. वहीं दुसरी तरफ शिवगंगा में स्नान कर रहे श्रद्धालुओं को देखने जिले के आलाअधिकारी पहुंचे. वहीं शिवगंगा में किसी प्रकार की अनहोनी न हो इसके लिए पुलिस बल के साथ- साथ एसडीआरएफ की टीम को भी शिवगंगा पर तैनात किया गया है.

सजी है फुलों की दुकानसावन महिना आते ही दर्जनों फुल विक्रेता के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है कि उनका फुल का व्यवसाय अच्छा चलेगा. सावन माह में सिंहेश्वर बाबा मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लाखों में होती है. जिसे फुल विक्रेता विभिन्न प्रकार के फुल बेचकर अपना और अपने परिवार का गुजर बसर करते है. इस वजह से सभी फुलों की दुकान को श्रद्धालुओं के लिये सजा दिया गया है.

स्थानीय संस्थाओं ने निभायी भूमिका-देवाधिदेव महादेव की पूजा- अर्चना के लिये जहां मंदिर परिसर में लाखों श्रद्धालु पहुंचते है. इन लाखों श्रद्धालुओं के लिये दर्जनों युवा लगातार मेहनत करते रहते है. जिस वजह से श्रद्धालओं को परेशानी नही होती है. इस कार्य में तीन संस्था श्रृंगी ऋषि सेवा फाउंडेशन, युवा संघ व मां गौरी अन्नपूर्णा सेवा संघ के युवा लगातार इस प्रकार से श्रद्धालुओं की सेवा करती आ रहे है. इस संस्था के रहने के वजह से प्रशासन को भी काफी राहत मिलती है. वहीं इस वर्ष श्रृंगी ऋषि सेवा फाउंडेशन के द्वारा भव्य स्टॉल लगाया गया था. इस संस्था ने स्टॉल लगाकर गर्म पानी, शर्वत, ग्लूकोज़ पानी ,नींबू पानी, दर्द निवारक स्प्रे, ठंडा पानी, ठंडा तेल उपलब्ध कर सेवा में जुटे रहे. वहीं फाउंडेशन के निखिल कुमार ने बताया कि सोमवार को स्टॉल का उदघाटन एसडीओ सह सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति के सचिव नीरज कुमार व एसडीपीओ अजय नारायण यादव सहित अन्य ने किया.

वहीं दूसरी तरफ सेवा में फाउंडेशन के भाष्कर कुमार निखिल, सागर यादव, अरविंद प्राणसुखका, इन्द्रदेव स्वर्णकार, राजेश कुमार राजू, सुदेश शर्मा, रिंकू देवी, मनीष आनंद, सागर मल्होत्रा, गौरव झा, मनीष मोदी, दीपक सोनी, शशिभूषण, सत्यम कुमार, राहुल कुमार, सुधीर मंडल, रामकुमार यादव, रमेश कुमार झा, बिट्टू कुमार, राम सिंह, मलकीत कुमार, शिवम कुमार, चंदन सूर्या, बमबम कुमार, संतोष कुमार, जयप्रकाश कुमार, दिनेश शर्मा, चंचल सिंह, रंजीत कुमार, राणा जी, ललित भगत, अमित कुमार, राजेश कुमार, सुचित झा, अभिमन्यू कुमार आदि मौजूद थे. युवा संघ के पंकज भगत, हरिओम, भानु, संतोष, छोटू, सुनील, कार्तिक, गोविंद, रंजीत, सुब्रत व अन्नपूर्णा सेवा संघ के अभिनंदन जायसवाल, रुद्रा बिट्टू, अजय कुमार, विपुल आर्यन, दीपांशु सिंह, आशीष कुमार, राहुल कुमार, मन्नू कुमार, दीपक कुमार, आदित्य कुमार, रवि कुमार, गोपाल कुमार, शिवचंद्र कुमार, आशीष आनंद आदि सेवा में लगातार लगे रहे.

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