चौसा, मधेपुरा/बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के निर्देशानुसार आज शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौसा परिसर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित मेडिकल बोर्ड शिविर में आने वाले दिव्यांग बच्चों की जांच की गई। प्रमाण पत्र बनाने के लिए अस्पताल में अभिभावकों के साथ बच्चों की भीड़ उमर पड़ी। दिव्यांगता जांच शिविर में 30 दिव्यांग बच्चों का जांच किया गया।
बिहार शिक्षा परियोजना के समावेशी शिक्षा संभाग अंतर्गत दिव्यांग प्रमाण पत्र का नवीनीकरण शिविर का आयोजन किया गया था।बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के निर्देशानुसार शिविर में वैसे बच्चे शामिल हुए। जिनका अब तक दिव्यांग प्रमाण पत्र नहीं बना है या नवीकरण की आवश्यकता है।
समावेशी शिक्षा के प्रखंड साधनसेवी मिथिलेश कुमार ने कहा कि हाथ व पांव से विकलांग बच्चों का जांच कर उन्हें प्रमाण पत्र बनाया गया। इस शिविर के सफल आयोजन को लेकर शिक्षा विभाग द्वारा काफी प्रयास किए गए थे। विद्यालयों में नामांकित एवं ग्रामीण क्षेत्र के दिव्यांग बच्चों को इस शिविर में लाने के लिए शिक्षकों को निर्देशित किया गया था।हितग्राही विकलांग प्रमाण पत्र बनाने के लिए अपने साथ आवश्यक दस्तावेज आधार कार्ड, समग्र आइडी, दिव्यांग के दर्शाते हुए फोटो, पासपोर्ट साइज फोटो, मोबाइल नंबर आदि लेकर पहुंचे थे। वहीं दिव्यांगजनों को किसी तरह की परेशानी ना हो इसके लिए शिविर में विशेष व्यवस्था अनुसार अलग-अलग काउंटर बनाए गए थे।बताया जाता है कि मानसिक दिव्यांग,श्रवण बाधित, गला व दृष्टि बाधित बच्चों को सदर अस्पताल मधेपुरा रेफर किया।
शिविर में मधेपुरा सदर अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ मनोज कुमार,आयुष चिकित्सक डॉ राकेश कुमार,चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सवांगनी कुमारी, अस्पताल प्रबन्धक मोहम्मद शहनवाज अहमद अंसारी,एक्सरे टेक्नीशियन नवनीत कुमार,प्रखंड साधनसेवी मिथिलेश कुमार,जीएनएम स्टाप नर्स बनवारी लाल,लोकेंद्र कुमार शर्मा,बीआरपी मृत्युंजय प्रजापति,लेब टेक्नीशियन आशीष कुमार,डाटा ऑपरेटर बालकृष्ण कुमार,सर्वेश कुमार समेत
अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।