नौशाद आलम,चौसा(मधेपुरा )
चौसा प्रखंड अंतर्गत मोरसंडा के ग्राम करेलिया टोला में सामुदायिक भवन परिसर के मां सरस्वती मंदिर प्रांगण में गांव में विकास की बातें के तहत चौपाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। चौपाल कार्यक्रम की अध्यक्षता राजकिशोर सनी उर्फ कारी सहनी ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर आए पुरैनी ग्राम पंचायत के मुखिया विनोद काम्बली निषाद ने संबोधित करते हुए विस्तार पूर्वक कहा कि यह क्षेत्र ताल तलैया का है।मोरसंडा ग्राम पंचायत के ग्राम करेलिया टोला में आज तक आजादी के बाद एक पक्की सड़क गांव तक नहीं आया है। बारिश और बाढ़ के समय में आवागमन का साधन केवल नाव ही होता है। आवागमन के लिए लोग आज भी यहां लाचारी अवस्था में जी रहे हैं क्योंकि इनको सुनने वाला एक भी नेता या जनप्रतिनिधि नहीं है। लोग वोट तो लेते हैं लेकिन चुनाव जीतने के बाद फिर उस गांव घूम कर कभी नहीं जाते हैं ।वहां की जो मुख्य समस्या है, उसे जनप्रतिनिधि या नेताओं को कोई मतलब नहीं रहता। वहां बाढ़ हर साल आता है और सरकार जो है वहां की जनहित समस्या पर ध्यान नहीं देती है। कोसी नदी हर वर्ष लोगों को नुकसान पहुंचा कर चली जाती है। लेकिन बाढ़ के समय लोगों को केवल रिलीफ देकर उन्हें शांत कर दिया जाता है जबकि वहीं रिलीफ का 5 साल का रुपया अगर सरकार बचाकर वहां कोसी के किनारे फोरलेन सड़क का निर्माण कर दे, जिस तरह से पटना में मरीन ड्राइव बनाया गया है तो इससे यह होगा कि कोशी का पानी जो समय पर आसपास का गांव को डूबा देती है। मरीन ड्राइव के जैसे सड़क बनने से गांव सुरक्षित हो जाएगा।
बैठक में माननीय मुख्यमंत्री बिहार सरकार नीतीश कुमार एवं जिलाधिकारी मधेपुरा के नाम से एक पब्लिक पिटीशन बनाया गया है जो उन्हें जनता दरबार में दिया जाएगा। मोरसंडा से दक्षिण की ओर जो सड़क गई है, धार के किनारे होकर करेलिया मुसहरी तक वह सड़क आज भी कच्ची है। पक्की सड़क और इस बीच में एक पूल का निर्माण हो जाएगा तो आसानी से लोग करेलिया,अमनी , कानू टोला और करेलिया मुसहरी तक आ–जा सकते हैं। बारिश और बाढ़ के समय में 1500 की आबादी को केवल नाव ही एक आवागमन का साधन रहता है इतनी बड़ी जनसंख्या 6 महीना लगातार कष्ट का जीवन जीते हैं। कार्यक्रम को मधुकांत निराला सहित कई अन्य लोगों ने संबोधित किया।
कार्यक्रम में दिलखुश कुमार, मलिक कुमार, रवि कुमार सहनी, भारत कुमार, भूषण मुनी, सौरभ कुमार, बबलू सहनी, प्रवीण कुमार प्रभाकर, सिकंदर मंडल, सिपाही कुमार, हिटलर कुमार, रुपेश कुमार, मंजू देवी, गीतिया देवी, रेखा देवी, सुनीता देवी, रिंकी देवी, भारती देवी, बेबी देवी,चंदन देवी, डोमिनी देवी ललिया देवी, नंगरी देवी, रंजू देवी, गुड़िया देवी, आशा देवी, बिहुला देवी, भूलो देवी, रीना देवी, कावो देवी, पूनम कुमारी, चिंतो देवी, बुद्धि देवी, गीत देवी, रेशमा देवी, सुशीला देवी, पुनीता देवी, पूजा देवी, रानी देवी, गोविंद कुमार सहनी, धर्मेंद्र मुनि, छतरी सहनी, नीतीश कुमार, डेजी कुमारी, बुल्की देवी, सुलोचना देवी, मटुकी चौधरी, डॉ राजेश मुनि, मनोज राम, कारे सहनी उर्फ राजकिशोर सहनी, शंभू राम आदि दर्जनों लोग उपस्थित थे।














