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  • विज्ञान जीवन को आसान बनाता है, बच्चे को इस क्षेत्र में बढ़ने हेतु करे प्रोत्साहित : अंकिता दास

    मधेपुरा/ केशव कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय मधेपुरा के सभागार में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित किया गया। जिसका मुख्य विषय था खाद्य सुरक्षा एवं पर्यावरणीय स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन। इस प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन माध्यमिक शिक्षा के डीपीओ अंकिता दास एवं साइंस फॉर सोसाइटी के जिला सह क्षेत्रीय समन्वयक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ


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    मधेपुरा/ केशव कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय मधेपुरा के सभागार में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित किया गया। जिसका मुख्य विषय था खाद्य सुरक्षा एवं पर्यावरणीय स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन। इस प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन माध्यमिक शिक्षा के डीपीओ अंकिता दास एवं साइंस फॉर सोसाइटी के जिला सह क्षेत्रीय समन्वयक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष कृष्ण कुमार, केशव कन्या के प्रधानाध्यापक अंशुमाली, जिला साधनसेवी हरदेव कुमार, जिला शैक्षिक समन्वयक सुनील कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया ।

    उद्घाटन सत्र में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अंकिता दास ने कहा कि बच्चों में विज्ञान एवं तकनीक को अपना कर आगे बढ़ाया जा सकता है। सभी शिक्षकों से उन्होंने अपील किया कि सभी विज्ञान शिक्षक अपने-अपने विद्यालय जाकर बिहार बाल विज्ञान शोध कार्यक्रम में बच्चों को प्रोत्साहित करेंगे एवं परियोजना निर्माण करने के लिए सभी को सही मार्गदर्शन देंगे ।

    कार्यक्रम का संचालन करते हुए जिला समन्वयक कृष्ण कुमार ने बताया कि इस बार का मुख्य विषय है खाद्य सुरक्षा एवं पर्यावरणीय स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन एवं इसके अंतर्गत पांच उप विषय है जिसमें पहला खाद्य सामग्री का बेहतर उत्पादन, भंडारण एवं परिष्करण दूसरा जैव विविधता का संवर्धन एवं जैव संसाधनों का सतत उपयोग तीसरा खरपतवार का अध्ययन एवं उनका वैकल्पिक उपयोग चतुर्थ – मिट्टी का संरक्षण एवं प्रबंधन पांचवा – मौसम जलवायु एवं कृषि ।इन पांचो उप विषय में से किसी एक विषय को आधार मानकर बच्चे समूह बनायेंगे। ग्रुप लीडर चयन करेंगे । साइंस फॉर सोसाइटी के वेब साइट पर जाकर पंजीकरण करेंगे । विद्यालय के विज्ञान शिक्षक बच्चों के गाइड शिक्षक होंगे। बच्चे अब बाल वैज्ञानिक कहलाने लगेंगे। तब परियोजना का शीर्षक चुनेंगे। इस पर शोध कार्य करेंगे और शोध कार्य करने के बाद बच्चे इसका सिनॉप्सिस लिखेंगे, लॉग बुक तथा पोस्टर बनाएंगे और अंत में जब जिला स्तरीय कार्यक्रम होगा तब उसमें अपने परियोजना का प्रस्तुतीकरण देंगे ।

    कार्यक्रम में जिले के एक सौ पांच माध्यमिक विद्यालय के विज्ञान शिक्षकों ने हिस्सा लिया। जिला शैक्षिक समन्वयक सुनील कुमार परियोजना निर्माण बनाने की विधि पर विस्तार से चर्चा किया। जिला साधन सेवी हरदेव कुमार सभी उपविष्यों पर विस्तार से तकनीक बताया। जूनियर साइंटिस्ट आनंद विजय ने परियोजना पंजीकरण पर अपनी बात को साझा किया। अंत में कार्यशाला के बाद विज्ञान शिक्षक पंकज कुमार ने धन्यवाद दिया।

    कार्यशाला में विज्ञान शिक्षक कुंदन कुमार, डॉ दिनेश कुमार ,भूपेंद्र शर्मा, विजय कुमार विमल, अजय कुमार आनंद, गुरु ओम कुमार, डोली प्रवीण, सुशांत कुमार, राजेश कुमार, यशपाल शर्मा, अमृता कुमारी, राम नारायण राम, सुमन जी भाई, श्वेता सुमन, शालिनी स्वराज, निरंजन कुमार, बजरंग कुमार गुंजन कुमारी, गुड्डू, आशा कुमारी, मीनाक्षी कुमारी, सज्जन कुमार, पूजा आनंद सहित कई नोडल शिक्षक मौजूद थे।

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