मधेपुरा/ मधेपुरा मेडिकल कॉलेज की बदहाली एवं स्वीकृत पद के विरुद्ध काफी कम चिकित्सक एवं चिकित्सक शिक्षकों के रहने को लेकर सिविल सोसाइटी ने विधान सभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा।
सिविल सोसाइटी अध्यक्ष डॉ एस एन यादव के नेतृत्व मे मिलने गए शिष्टमंडल में उपाध्यक्ष डॉ आर के पप्पू एवं सचिव राकेश रंजन शामिल थे। शिष्टमंडल ने उनसे मिलकर बताया कि मेडिकल कॉलेज रेफरल हॉस्पिटल बन गया है। यहाँ सुपर स्पेस्लिष्ट चिकित्सक तो दूर की बात है। उन्हे बताया गया कि सिविल सोसाइटी द्वारा हाल में विधान पार्षद डॉ अजय कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपा गया था जिसके आलोक मे उन्होंने विधान परिषद मे मामला भी उठाया था। लेकिन अब तक किसी प्रकार का सुधार नही हुआ है। जिसपर नेता प्रतिपक्ष ने कहा की इस बात की जानकारी पटना जाने के बाद इस मामले में अपने स्तर से आवश्यक कारवाई का भरोसा उन्होंने दिलाया।
उन्हे सौंपे गए ज्ञापन मे बताया गया कि जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों की भारी कमी है। चिकत्सकों के कुल सृजित 232 पद के विरुद्ध मात्र 62 चिकित्सक ही पदस्थापित है। पदस्थापित 62 चिकित्सकों में से प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर एवं असिस्टेंट प्रोफेसर मात्र 24 ही है। कॉलेज मे अध्ययनरत बच्चो की पढाई के साथ मरीजों के इलाज इन्ही के जिम्मे रहती है। इस वजह से न सिर्फ मरीजों के जीवन से खिलवाड है बल्कि मेडिकल कॉलेज मे पढ़ रहे छात्रों के जीवन से भी खिलवाड़ है।
वही कुल चिकित्सकों के सृजित पदों के विरुद्ध पदस्थापन की अगर बात की जाय तो प्रोफेसर के स्वीकृत 24 पदों के विरुद्ध मात्र 4 ही पदस्थापित है। इसी प्रकार एसोसिएट प्रोफेसर के स्वीकृत 43 के विरुद्ध 10 एवं असिसटेंट प्रोफेसर के स्वीकृत 76 पद के विरुद्ध भी महज 10 ही पदस्थापित है। वही सीनियर रेजिडेंट के स्वीकृत 58 पद के विरुद्ध 26 एवं ट्यूटर के स्वीकृत 32 पद के विरुद्ध मात्र 10 पदस्थापित है।