मधेपुरा/ आईआईटी बीएचयू की गैंगरेप पीड़ित छात्रा के लिय न्याय कि मांग कर रहे 13 आंदोलनकारी छात्रों को बीएचयू कुलपति द्वारा निलंबित किए जाने के खिलाफ मधेपुरा एनएसयूआई ने जिलाध्यक्ष निशांत यादव के नेतृत्व बीएनएमयू मुख्यद्वार पर विरोध प्रदर्शन किया गया । विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में एनएसयूआई कार्यकर्ता मौजूद थे । बीएनएमयू मुख्यद्वार पर खड़े होकर एनएसयूआई कार्यकर्ता ने घंटों मोदी सरकार और बीएचयू कुलपति के खिलाफ नारेबाजी किया ।
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि मोदी सरकार छात्र , युवा और महिला विरोधी है । एक तरफ बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा देते है वही दूसरे तरफ महिलाओं के सम्मान के साथ खिलवाड़ करने वालो को संरक्षण भी देती है । उन्होंने कहा आईआईटी बीएचयू की छात्रा से बीजेपी के पदाधिकारियों ने गैंगरेप किया था । गैंगरेप पीड़ित छात्रा के लिय न्याय की मांग और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिय बीएचयू में छात्र आंदोलन कर रहे थे । 13 आंदोलनकारी छात्रों पर बीएचयू कुलपति ने तानाशाही का परिचय देते हुए निलंबित कर दिया । बीएचयू कुलपति की इस तानाशाही के खिलाफ आज एनएसयूआई पूरे देश में आंदोलन कर रहा है। जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि भाजपा सरकार देश के सभी विश्वविद्यालय में संघी कुलपतियों को नियुक्त कर विश्वविद्यालयों को आरएसएस का प्रयोगशाला बनाना चाहती है । देश के तमाम विश्वविद्यालय में छात्रों के लोकतांत्रिक और संवैधानिक अधिकारों को कुचला जा रहा है । अपने हक – अधिकार और सम्मान के लिय संघर्ष करने वाले छात्रों पर दमनात्मक करवाई की जाती है ।लगातार छात्र और महिला विरोधी फैसले लिए जाते है ।
उन्होंने कहा कि बीएचयू कुलपति की तानाशाही को एनएसयूआई कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। जबतक आंदोलनकारी छात्रों का निलंबन वापस नहीं लिया जाता है तब तक एनएसयूआई पूरे देश में चरणबद्ध आंदोलन जारी रखेगी । उन्होंने कहा कि पूरे देश से महिलाओं के साथ अत्याचार और रेप के आरोपियों पर कठोड़ कार्यवाई की मांग उठ रही है लेकिन मोदी सरकार केवल खोखले वादे कर रही है । आईआईटी गैंगरेप के आरोपियों को रिहा भी कर दिया गया है । इससे साफ है की मोदी सरकार के नजर में महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा का कोई परवाह नहीं है ।
विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र कुमार, जिला सचिव सोनू कुमार, रंधीर कुमार, नीतीश कुमार यादव, सज्जन कुमार सुमन, मो रहमत, विक्की गुप्ता, आशुतोष राजा, सचिन कुमार, लालबहादुर कुमार, अंकित कुमार, मन्नू कुमार, रौशन कुमार, मौसम झा समेत दर्जनों एनएसयूआई कार्यकर्ता मौजूद थे ।