मधेपुरा। गम्हरिया थाना क्षेत्र के औराही एकपरहा पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, टोका की एक सहायक शिक्षिका अदिति सिंह चौहान (31 साल) ने खुदकुशी कर ली। अदिति का शव बुधवार की शाम उसके किराए के कमरे में दुपटा के फंदे लटकता मिला। अदिति मूल रूप में उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले के कैंट थाना क्षेत्र के अंबूसराय के शिवनगर कॉलोनी की रहने वाली थी। मृतका के परिजनों के आने के बाद गुरुवार को कमरे का दरवाजा तोड़ कर अदिति के शव को फंदे से उतारा गया। मृतका के भाई के आवेदन पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है। सहायक शिक्षिका की खुदकुशी की घटना के बाद इलाके में सनसनी फैली हुई है। शिक्षा विभाग के लोग भी सकते में हैं।
23 नवंबर 2023 को स्कूल में किया था योगदान :
बताया जा रहा है कि यूपी निवासी रामखेलावन सिंह चौहान की पुत्री अदिति सिंह चौहान का चयन बीपीएससी द्वारा हुआ था। उसने 23 नवंबर 2023 को उत्क्रमित मध्य विद्यालय, टोका में सहायक शिक्षिका के रूप में योगदान किया था। इसके बाद वह स्कूल के पास ही सेवानिवृत शिक्षक अनिल कुमार यादव के मकान की उपरी मंजिल पर किराए पर रहने लगी। दो कमरे वाले फ्लैट में उसके साथ उसी स्कूल की दरभंगा निवासी एक अन्य शिक्षिका भी रहती थी। साथ रहने वाली शिक्षिका की माने तो बुधवार को जिउतिया की छुट्टी थी। खाना खाने के बाद दोपहर करीब 12 बजे वह मधेपुरा चली गई। शाम करीब 5 बजे लौटी तो फ्लैट का दरवाजा अंदर से बंद था। काफी आवाज देने के बाद भी ना दरवाजा खुला ना अंदर से कोई आवाज आई। इसके बाद उसने खिड़की से झांका तो अदिति पंखे में दुपट्टा के फंदा से लटकती दिखी। इसके बाद उसने मकान मालिक को सूचना दी। फिर मकान मालिक ने पुलिस और अदिति के परिजनों को सूचना दी।
परिजन व एफएसएल की टीम आने के बाद तोड़ा गया दरवाजा :
अदिति की आत्महत्या की सूचना पर उसके दो भाई शशिकांत चौहान, सौरभ चौहान और बहनोई मनू गुरुवार सुबह गम्हरिया पहुंचे। इसी बीच एफएसएल की टीम भी आ गई थी। इसके बाद सबों की मौजूदगी में फ्लैट का दरवाजा तोड़ा गया। इसके बाद अदिति के शव को उतार कर आगे की प्रक्रिया शुरू की गई। थानाध्यक्ष संतोष कुमार गुप्ता ने बताया कि मृतका के कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। उसका दोनों मोबाइल डिस्चार्ज मिला। उसके भाई के आवेदन पर जांच शुरू कर दी गई है।
अदिति घर वालों से नहीं कर रही थी बात :
अदिति के साथ रहने वाली शिक्षिका ने बताया कि मंगलवार की रात दोनों ने साथ में खाना खाया था। इसके बाद अदिति सोने चली गई। इस बीच मेरे मोबाइल पर उसकी बहन का फोन आया। उन्होंने कहा कि अदिति फोन नहीं रिसिव कर रही। उन्हें बताया कि वह सो चुकी है। इसके बाद बुधवार को भी अदिति की बहन का फोन आया। तब मेरे मोबाइल पर ही अदिति ने अपनी बहन से बात की। तबतक तो सब ठीक लग रहा था। इसके बाद जब वह मधेपुरा से लौटी तो अदिति को उस हाल में देखा।
भाई ने कहा-कई दिनों से डिप्रेशन में थी बहन :
अदिति के भाई शशिकांत ने बताया कि वह लोग चार बहन और दो भाई हैं। अदिति बहनों में तीसरे नंबर पर थी। बताया कि वह कुछ दिनों से डिप्रेशन में थी। उसका एक पैर में बीमारी थी जिसका इलाज लखनऊ के एक अस्पताल से चल रहा था। वह दवा भी ले रही थी। बुधवार सुबह बात हुई थी लेकिन 11 बजे के बाद मोबाइल नहीं लगने लगा तो उनकी दूसरी बहन ने साथ रहने वाली शिक्षिका के माध्यम से बात की थी। तब तक सब ठीक था। फिर शाम 5-6 बजे के आसपास यहां से खबर मिली कि अदिति ने खुदकुशी कर ली है।