मधेपुरा/ मेडिसिनल एंड एरोमेटिक प्लांट ग्रोवर एसोसिएशन बिहार द्वारा स्टेकहोल्डर के बीच राष्ट्रीय पादप बोर्ड भारत सरकार के क्षेत्रीय केंद्र आरसीएफसी पूर्वी कोलकाता द्वारा पटना में औषधीय पौधों के विकास पर राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन पटना में किया गया ।कार्यक्रम का उद्घाटन बिहार उद्योग संघ के क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर संजय वाला, मेडिसिनल एवं एरोमेटिक प्लांट ग्रोवर संगठन के अध्यक्ष कृष्ण प्रसाद के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।
उद्घाटन के बाद सेमिनार में राज्य और राज्य के बाहर से आए प्रतिभागियों द्वारा व्याख्यान प्रस्तुत किया गया ।इस दौरान मधेपुरा के दो औषधिय किसान शंभू शरण भारतीय एवं शंकर कुमार शामिल हुए। इस दौरान कार्यक्रम में अपनी बात रखते हुए कहा कि औषधिय किसानों की समस्या ना उत्पादन है ना गुणवत्तायुक्त उत्पादक किसानों की सबसे बड़ी समस्या है सहज और सरल बाजार की व्यवस्था।कहा अगर बाजार व्यवस्था सुदृढ़ हो जाए तो रोजगार की समस्या का ग्रामीण क्षेत्र में मजबूत समाधान साबित हो सकता है ।
कहा अगर औषधीय एवं सौगंध पौधे का लैब टेस्ट राज्य के अंदर आसानी से हो जाए तो एक से बढ़कर एक फूड प्रोडक्ट और औषधि गुणों से भरपूर बनाए जा सकते हैं। ये दोनों सिर्फ स्वास्थ्यवर्धक ही नही होगा बल्कि जीवन रक्षक भी होगा।
उन्होंने कहा जैसे शतावर का चॉकलेट, बर्फी, पेड़ा, लड्डू , हलवा जैसे कई उत्पाद बनाए जा सकते हैं ।दिमागी मजबूती के लिए ब्राह्मणी ,शंखपुष्पी से बना फूड प्रोडक्ट समाज उपयोगी जीवन उपयोगी साबित होगा। कहा पिछले 20 वर्षों में वो इस क्षेत्र में कार्यरत हैं और यह सारे उत्पाद गुणों से युक्त फूड प्रोडक्ट उनकी अपनी खोज और शोध है।
कार्यक्रम के बाद प्रमाण पत्र का वितरण किया गया जिसमें मधेपुरा से प्रगतिशील किसान शंभू शरण भारतीय एवं मशरुम विशेषज्ञ शंकर कुमार को प्रमाण पत्र दिया गया।